डबरा, सलिल श्रीवास्तव। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) आज डबरा एवं भितरवार क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों के दौरे पर हैं । सबसे पहले वह भितरवार पहुंचे जहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर उनका मनोबल बढ़ाया तो प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए बाढ़ (MP Flood) के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और उनकी लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।वही दिग्विजय सिंह भितरवार के सासन, सिल्ह पलाएछा, मोहनगढ़ सहित कई ग्रामों में पहुंचे, जहां उन्होंने लोगों से बात की और उनका हालचाल जाना ।इसके साथ ही शासन द्वारा दी जा रही राहत सामग्री और राहत राशि को कम ठहराया।
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मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में इतनी बड़ी बाढ़ ग्वालियर चंबल संभाग में कभी नहीं देखी, कच्चे मकान से लेकर RCC के बने पक्के मकान भी धराशाई हो गए। शिवपुरी में प्रशासन सोता रहा उसकी लापरवाही का नतीजा है कि इतनी भयानक बाढ़ का मंजर देखने को मिला। अधिकारियों का तबादला (Transfer) उपाय नहीं था, उनका निलंबन (Suspension) होना चाहिए था, जिनकी लापरवाही से गरीब जनता को इतनी परेशानी झेलना पड़ रही है ।सिंचाई विभाग को अलर्ट जारी करना था मड़ीखेड़ा के 12 गेट खोल दिए गए, शिवपुरी में जो हादसे हुए वह भी प्रशासन की लापरवाही का ही नतीजा है
दिग्विजय सिंह ने प्रदेश सरकार (MP Government) पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि सर्वे कार्य भी 10 दिन बाद शुरू हुआ है बीजेपी (BJP) शासन नहीं करती बल्कि व्यवसाय करती है, इसलिए भ्रष्टाचार के पुलों का निर्माण हुआ था, जो पानी के बहाव में बह गए ।उन्होंने मवेशियों को दिए जाने वाले मुआवजे पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि गरीब जनता से मवेशियों की जानकारी और उनकी बॉडी मांगी जा रही है जो संभव नहीं है।
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दिग्विजय सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को जो राहत राशि दी जा रही है, वह कम है, उस में इजाफा होना चाहिए।साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर पैसे लेकर तबादला करने के आरोप भी लगाए ।इस अवसर पर पूर्व सांसद रामसेवक सिंह,पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव, अशोक सिंह,डबरा विधायक सुरेश राजे, रंगनाथ तिवारी, संजय सिंह यादव, अशोक पाराशर सहित अनेक कांग्रेसी मौजूद रहे।