टिकट नहीं मिलने से नाराज और घर बैठे नेताओं को दिग्विजय सिंह का कड़ा संदेश, मेरे दरवाजे तुम्हारे लिए बंद, फिर बोले हमें ईवीएम पर शक है

MP Election 2023, Gwalior News

MP Election 2023 : मप्र विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए अब कुछ दिन ही शेष बचे हैं, 17 नवंबर को मतदान होना है लेकिन उससे पहले एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा कांग्रेस ने उठा दिया है, ग्वालियर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा बेईमानी करती है, गड़बड़ी करती है वोटर लिस्ट की बेईमानी हमने इस बार नहीं होने दी, ये ईवीएम में भी गड़बड़ी करती है इसे रोकना है, क्योंकि हमें ईवीएम पर भरोसा नहीं है, उन्होंने टिकट नहीं मिलने से नाराज और घर बैठे कांग्रेस नेताओं को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि उनके लिए दिग्विजय सिंह के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं ।

घर बैठे नेताओं पर भड़के दिग्विजय, तुम्हारे लिए मेरे घर के दरवाजे बंद 

पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह आज ग्वालियर चंबल के दौरे पर हैं, उन्होंने ग्वालियर जिले की ग्वालियर विधानसभा के प्रत्याशी सुनील शर्मा के समर्थन में एक सभा को संबोधित किया, यहाँ उन्होंने उन नाराज नेताओं की अच्छे से क्लास ले ली जो टिकट मांग रहे थे और नहीं मिलने से नाराज होकर घर बैठे हैं, दिग्विजय सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए मेरे घर के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं।

फिर बाहर आया ईवीएम का जिन्न, दिग्विजय बोले गड़बड़ी दिखे तो शिकायत करो   

दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा बेईमानी करती है वोटर लिस्ट में करती है ईवीएम में करती है हमें सावधान रहना है, उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट की गड़बड़ी तो हमने इस बार नहीं होने दी लेकिन ईवीएम में ये अभी भी कर सकती है हमें अभी भी ईवीएम पर शक है क्योंकि इसमें वोट बढ़ सकता है और भाजपा ऐसा कर सकती है, इसलिए ऐसा न हो इसका ध्यान आपको रखना है , शक होने पर तत्काल शिकायत करना है, मशीन की संख्या और रजिस्टर की संख्या अलग हो तो रीपोलिंग की मांग करो, आपने ये हेराफेरी रोक लो तो कांग्रेस को कोई हरा नहीं सकता ।

ये चुनाव गद्दार और वफादार के बीच है : दिग्विजय सिंह 

दिग्विजय सिंह ने कहा – ये लड़ाई मजदूर और मालिक की लड़ाई, क्योंकि भाजपा ने सबसे ज्यादा नुकसान मजदूरों का किया है इनसे तो भारतीय किसान यूनियन भी नाराज है , कोई यूनियन बना नहीं सकता सारे अधिकारी छीन लिए, मजदूरों के 44 कानून खत्म कर दिए गद्दार और वफादार के बीच है धन बल और जन बल के बीच में है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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