चॉकलेट देने के बहाने बुजुर्ग ने मासूम को बुलाया, गोदाम में ले जाकर किया दुष्कर्म

Atul Saxena
Published on -
rape

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। तमाम सख्ती के बावजूद बच्चियों के साथ दुष्कर्म (Rape)  जैसी घटनाओं में कमी नहीं ना रही है।  ताजा घटनाक्रम ग्वालियर(Gwalior News) के माधौगंज थाना क्षेत्र का है। जहाँ एक 65 साल के बुजुर्ग ने 11 साल की नाबालिग को बंधक बनाकर अपनी हवस का शिकार बनाया। घटना के बाद बच्ची मां के साथ पुलिस(Gwalior Police)  थाने पहुंची। एफआईआर के बाद पुलिस ने आरोपी बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर शाम रॉक्सी पुले के पास रहने वाली 11 साल की मासूम अपनी मां से 20 रुपये लेकर मोमोस लेने गई थी। वो कुछ दूर पहुंची ही थी कि पास में ही पतंग की दुकान चलाने वाले 65 साल के चतुर्भुज राठौर ने उसे रोका, अपने पास बुलाया और चॉकलेट देने का लालच देकर अपने साथ ले गया।

ये भी पढ़ें – Indore : भ्रष्टाचार पर लोकायुक्त का बड़ा एक्शन, 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते पटवारी रंगे हाथों गिरफ्तार

चतुर्भुज मासूम को अपने गोदाम में ले गया और उसे बंधक बना लिया उसकी मुंह और आंख पर कपडा बांध दिया और अपनी हवस का शिकार बनाया। जब बच्ची बहुत देर तक वापस नहीं आई तो परिजन उसे तलाशने निकले।  कुछ संदेह होने पर परिजन चतुर्भुज राठौर के गोदाम तक पहुंचे लेकिन पकड़ा बंधा होने के कारण  बच्ची कुछ बोल नहीं पाई।

ये भी पढ़ें – लोकायुक्त एक्शन : एकाउंटेंट 4 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार

कुछ देर बाद आरोपी बच्ची को बंधक छोड़कर वहां से भाग खड़ा हुआ। किसी तरह बच्ची ने खुद को मुक्त किया और घर पहुंचकर माता पिता को पूरी कहानी सुनाई। रोते रोते मासूम एक ही बात कह रही थी “अंकल बहुत गंदे हैं”। माधौगंज थाने के टीआई महेश शर्मा ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के बाद देर रात आरोपी बुजुर्ग चतुर्भुज राठौर के खिलाफ दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News