ग्वालियर पुलिस ने पकड़ा फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी, दुकानदार को दे रहा था धमकी, यूपी का रहने वाला है आरोपी

एडिशनल एसपी ने बताया कि आरोपी झाँसी का रहने वाला है और पिछले करीब 10 साल से एक टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी में ड्राइवर है उसके खिलाफ एफआईआर हो रही है, शुरूआती जाँच में पता चला है कि कभी कभी हम ट्रेवल्स एजेंसी की गाड़ियाँ बुलवाते हैं उसमें ये आया है और  बतौर पुलिस के साथ ड्राइवर रहा है संभवतः पुलिस की वर्किंग देखकर इसने ये काम किया,

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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने आज एक फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी को गिरफ्तार किया है, आरोपी एक दुकानदार को किसी व्यक्ति के पैसे लौटने के लिए धमकी दे रहा था और नहीं लौटाने पर क्राइम ब्रांच द्वारा कार्रवाई की चेतावनी से रहा था,  दुकानदार को कुछ शक हुआ तो उसने क्राइम ब्रांच में शिकायत की तो उसका शक सही निकला, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

युवक ने पुलिस अधिकारी बनकर दुकानदार को धमकाया  

बिजली का काम करने वाले राजकुमार शर्मा ने मीडिया को बताया कि उनके पास आशीष नामक व्यक्ति का फोन आया था उसने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और कहा कि आपको स्टाफ के पैसे देने हैं आपकी शिकायत आई है, मैंने पूछा किसने शिकायत की है की तो उसने कहा साहब के पास शिकायत आई है उन्होंने ने ही मुझे आपसे बात करने के लिए कहा है।

खुद को बताया क्राइम ब्रांच अधिकारी, किसी के पैसे लौटने की बात की  

दुकानदार ने कहा कि मुझे कुछ शक हुआ तो मैंने कहा कि मैं सोमवार को मिलूँगा आपसे क्राइम ब्रांच ऑफिस में, तो उसने कहा वहां नहीं थाटीपुर में मंडी के पास आ जाना, और ये भी कहा कि यदि कोई शक हो तो मेरी डीपी चैक कर लेना पुलिस वाला ही हूँ, उसकी बात सुनने के बाद मैं एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा से मिला और उन्हें पूरी बात बताई।

दुकानदार को शक हुआ पहुंचा एडिशनल एसपी के पास 

उन्होंने जब ये कन्फर्म किया कि ऐसा कोई व्यक्ति क्राइम ब्रांच में नहीं है तो फिर उसे पकड़ने की प्लानिंग की गई और आज जैसे ही वो मिलने आया क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे पकड़ लिया, एडिशनल एसपी मीणा ने कहा कि दुकानदार को कांफिडेंस था कि उसने कोई गलत काम नहीं किया तो पुलिस से डरा नहीं और वो सीधा हमरे पास आ गया फिर हमें आरोपी को पकड़ लिया।

आरोपी को पुलिस ने पकड़ा, ट्रेवल्स कंपनी की गाड़ी चलाता है 

एडिशनल एसपी ने बताया कि आरोपी झाँसी का रहने वाला है और पिछले करीब 10 साल से एक टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी में ड्राइवर है उसके खिलाफ एफआईआर हो रही है, शुरूआती जाँच में पता चला है कि कभी कभी हम ट्रेवल्स एजेंसी की गाड़ियाँ बुलवाते हैं उसमें ये आया है और  बतौर पुलिस के साथ ड्राइवर रहा है संभवतः पुलिस की वर्किंग देखकर इसने ये काम किया, इससे पूछताछ की जा रही है कि इसने पुलिस की वर्दी पहने डीपी क्यों लगाई है ? इससे पहले कितने लोगों को पुलिस के नाम से धमकी दे चुका है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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