मंत्री के सरकारी बंगले में लगी आग, कीमती सामान जलकर खाक, बड़ा हादसा टला

आग कैसे लगी अभी इसका कारण पता नहीं चल सका है, अंदाजा लगाया जा रहा है कि बिजली के बोर्ड में शोर्ट सर्किट हुआ और उसमें निकली चिंगारी आग की लपटों में बदल गई

Atul Saxena
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fire in minister bungalow

Gwalior News : मध्य प्रदेश के नवीन और नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला के ग्वालियर स्थित सरकारी आवास में देर रात अचानक आग लग गई, आग लगने से वहां हड़कंप मच गया, सूचना पर तत्काल फायर ब्रिगेड अमला वहां पहुंचा और मशक्कत के बाद आग पर काबू किया, आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चला है, लेकिब बड़ा हादसा टल गया।

ग्वालियर के थाटीपुर क्षेत्र में मंत्री राकेश शुक्ला का सरकारी बंगला है, वे यहाँ आते जाते रहते हैं, देर दे रात उनके बंगले में आग लग गई। घटना के समय मंत्री जी बंगले में नहीं थे वे दिल्ली गए हुए थे उनका गार्ड और कुछ चुनिंदा स्टाफ ही बंगले पर मौजदू था।

गार्ड रूम से उठा धूंआ 

देर रात अचानक गार्ड रूम के पास धूंआ दिखाई दिया, स्टाफ जब तक कुछ समझ पाता बिजली का बोर्ड जलकर नीचे बिस्तर पर गिरा और बिस्तर ने आग पकड़ ली, देखते ही देखते वहां आग तेज होने लगी , मंत्री के स्टाफ ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी और आग को बुझाने का प्रयास किया।

कीमती सामान जलकर खाक 

फायर ब्रिगेड अमले ने वहां पहुँचते ही बिजली सप्लाई बंद की फिर टोर्च और मोबाइल टोर्च की रौशनी , दो पहिया वाहनों की रौशनी में मशक्कत के बाद आग पर काबू किया, आगजनी में कोई बड़ा हादसा तो नहीं हुआ लेकिन पलंग सहित अन्य कीमती सामान जलकर खाक हो गया।

आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं 

आग कैसे लगी अभी इसका कारण पता नहीं चल सका है, अंदाजा लगाया जा रहा है कि बिजली के बोर्ड में शोर्ट सर्किट हुआ और उसमें निकली चिंगारी आग की लपटों में बदल गई, आग की सूचना मंत्री राकेश शुक्ला को दे दी गई है, नगर निगम ने मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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