भाजपा नेता के बेटे पर फायरिंग, पिस्टल से चलाई गोलियां, घटना सीसीटीवी में कैद

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र में बीती देर रात दो हमलावरों ने भाजपा नेता (BJP Leader) बलवीर सिंह तोमर के बेटे योगेश तोमर को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर दी। घटना में योगेश बाल बाल बच गए। परिजनों ने कुछ लोगों के साथ मिलकर दोनों आरोपियों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। फायरिंग की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।  पुलिस(Gwalior Police) ने शिकायत के बाद आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जानकारी के अनुसार गोला का मंदिर थाना क्षेत्र में रहने वाले भाजपा नेता पूर्व पार्षद बलवीर सिंह तोमर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी माने जाते हैं। बीती देर रात उनका बेटा योगेश अपने भतीजे अंकुर उर्फ़ रोहित राजावत का बर्थ डे मनाकर लौट रहा था।  वे रात 1 बजे घर के दरवाजे पर पहुंचे ही थे कि तभी एक कार में सवार होकर संजू जादौन और हरवीर भदौरिया वहां पहुंचे और कार से उतरते ही गालियां देते हुए कमर में लगी पिस्टल निकाली और फायरिंग शुरू कर दी।

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दोनों आरोपियों ने भाजपा नेता के घर की तरफ निशाना लगते हुए 5 – 6 फायर किये, एक गोली भाजपा नेता योगेश तोमर के सर के ऊपर से होती हुई दीवार में धंस गई। गोलियां चलाने के दौरान संजू की पिस्टल का चैंबर ब्लॉक हो गया , गोली उसमें फंस गई तो वे भागने लगे, इतने में मौका पाकर भाजपा नेता के परिजनों ने दोनों को पकड़ लिया और जमकर पिटाई लगाते हुए पुलिस को बुलाया और सौंप दिया। हमलावर हिस्ट्रीशीटर बताये गए हैं।

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एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि योगेश तोमर की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे सेघटना में प्रयुक्त हुई पिस्टल, कार और कुछ कैश बरामद किया है।  पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है पुलिस इसके आधार पर जाँच कर रही है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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