ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भाजपा नेता (BJP Leader) और पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Former MLA Munnalal Goyal) द्वारा नगर निगम आयुक्त (Gwalior Municipal Corporation Commissioner) को लिखा एक पत्र इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। दर असल पूर्व विधायक ने पत्र में आयुक्त से दीन दयाल नगर में बने नये मुक्तिधाम को शुरू करने की मांग की है।
दरअसल, ग्वालियर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते संक्रमितों के निधन की संख्या भी बढ़ती जा रही है, जिसके कारण मुक्तिधामों में शव के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को इंतजार करना पड़ रहा है। मृतकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर निगम कमिश्नर ने शहर के सभी मुक्तिधामों को कोरोना मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए खोल दिया है और शहर के आसपास बने पुराने और जीर्ण शीर्ण मुक्तिधामों पर व्यवस्थाएँ सही करने के निर्देश दिये हैं।
इस बीच पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता मुन्ना लाल गोयल ने दीन दयाल नगर में बने नये मुक्तिधाम को चालू करने के लिए नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल ने लिखा है कि दीन दयाल नगर की आबादी करीब 50 हजार के आसपास है। वर्तमान में ये कंटेनमेंट जोन घोषित है। यहाँ निवास कर रहे लोगों को अंतिम संस्कार के लिए मुरार मुक्तिधाम जाना पड़ता है जो बहुत कष्टदायी होता है।
इसके साथ ही संक्रमण फैलने का खतरा भी रहता है। इसलिए दीन दयाल नगर में नगर निगम द्वारा तैयार किये गए मुक्तिधाम को शुरू कराया जाए जिससे कोरोना काल में परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए परेशान नहीं होना पड़े। पूर्व विधायक ने लिखा कि यदि मुक्तिधाम शुरू हो जाता है तो मुरार और आसपास के अन्य मुक्तिधामों पर अंतिम संस्कार का दबाव कम हो जायेगा।
दो साल से बनकर तैयार है मुक्तिधाम
दीन दयाल नगर का मुक्तिधाम दो साल से तैयार है, लेकिन नगर निगम इसे शुरू नहीं कर रहा है। पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल इसके लिए पहले भी पत्र लिख चुके हैं। जब वे विधायक थे तब भी उन्होंने दीन दयाल नगर मुक्तिधाम को शुरू कराने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाए।
स्थानीय लोगों ने किया है बहुत संघर्ष
दीन दयाल नगर क्षेत्र में मुक्तिधाम की स्थापना के लिये स्थानीय लोगों ने बहुत संघर्ष किया है। क्षेत्र के लोग बहुत लंबे समय से इसके लिए मांग करते रहे हैं। स्थानीय निवासी और सिंधिया समर्थक नेता ( तत्कालीन कांग्रेस नेता) दिनेश शर्मा 2012 में मुक्तिधाम के लिए भूख हड़ताल तक कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने नगर निगम आयुक्त को कई बार धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन भी दिया है तब जाकर दीन दयाल नगर मुक्तिधाम के लिए स्वीकृति मिली और ये बनकर तैयार हुआ।
अब देखना ये है कि दो साल से तैयार दीन दयाल नगर मुक्तिधाम कोरोना काल में शुरू हो पाता है, कि अभी स्थानीय लोगों को परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए मुरार मुक्तिधाम जाना होगा और संक्रमण का खतरा झेलना होगा ।
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Pooja Khodani
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"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)