सरस्वती शिशु मंदिर के पूर्व छात्रों ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ खोला मोर्चा, आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर (Saraswati Shishu Mandir) के छात्रों के खिलाफ कही गई बातों से पूर्व छात्रों में आक्रोश बढ़ रहा है। ग्वालियर में सरस्वती शिशु मंदिर के पूर्व छात्रों ने एकजुट होकर एसपी को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें दिग्विजय सिंह के वक्तव्य को आपराधिक श्रेणी का बताते हुए प्रकरण दर्ज करने की मांग की है।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों अपने एक बयान में कहा था कि सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों को बचपन से ही आरएसएस देश विरोधी और समाज विरोधी संस्कार देता है । दिग्विजय सिंह के इस बयान पर सरस्वती शिशु मंदिर के पूर्व छात्रों ने कड़ी आपत्ति जताई और इसका विरोध कर रहे हैं।

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ग्वालियर में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़े इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, पत्रकार सहित अन्य प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों ने दिग्विजय सिंह के बयान को उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला और उनके खिलाफ लोगों में अविश्वास पैदा करने का प्रोपोगैंडा चलाने वाला बताया और एसपी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन ने पूर्व छात्रों ने दिग्विजय सिंह के बयान को आपराधिक श्रेणी (Criminal Case) का बताते हुए आधारहीन और तथ्यहीन बताते हुए प्रकरण दर्ज करने की मांग की। एसपी ने ज्ञापन लेने के बाद कहा कि इसमें कानूनी राय लेकर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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