ग्वालियर में फिर हुई गांधी के हत्यारे गोडसे की पूजा, हिन्दू महासभा ने लगाए जिंदाबाद के नारे

Atul Saxena
Published on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Gandhi) के हत्यारे नाथूराम गोडसे(Nathuram Godse) का ग्वालियर में एक बार महिमामंडन हुआ है। गोडसे को पूजने वाली हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) ने आज सोमवार को पार्टी कार्यालय में नाथूराम गोडसे और उनके साथी नारायण आप्टे (Narayan Apte) का बलिदान दिवस मनाया और नाथूराम गोडसे की मूर्ति की पूजा की। हिन्दू महासभा में एलान किया है कि जैसे मेरठ में हमने नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे की मूर्तियां स्थापित कर धाम बनाया है उसी प्रकार से पूरे देश में अलग अलग जिलों में धाम बनाये जायेंगे।

ग्वालियर में फिर हुई गांधी के हत्यारे गोडसे की पूजा, हिन्दू महासभा ने लगाए जिंदाबाद के नारे

हिन्दू महासभा ने सोमवार को दौलतगंज स्थित पार्टी कार्यालय पर नाथूराम गोडसे और उनके साथी नारायण आप्टे का 72 वां बलिदान दिवस मनाया। पार्टी कार्यालय पर दोनों की तस्वीरों पर अम्बाला से लायी गई मिट्टी से तिलक किया और नाथूराम गोडसे की मूर्ति की पूजा की। गौरतलब है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (महात्मा Gandhi) की हत्या के आरोप में 15 नवम्बर को 1949 को नाथूराम गोडसे और उनके साथी को अम्बाला जेल में फांसी दी गई थी।  गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

ग्वालियर में फिर हुई गांधी के हत्यारे गोडसे की पूजा, हिन्दू महासभा ने लगाए जिंदाबाद के नारे

नाथूराम गोडसे को बापू के हत्यारे के रूप में पहचाना जाता है लेकिन हिन्दू महासभा उन्हें अपना आदर्श मानती है।  हिन्दू महासभा नाथूराम गोडसे और उनके साथी नारायण आप्टे की पूजा करती है।  पार्टी ने मेरठ में दोनों की मूर्तियां स्थापित की है।  पार्टी ने कि वो पूरे देश में दोनों की मूर्तियां स्थापित करेगी और देश को बताएगी कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे।

ये भी पढ़ें – जनजातीय गौरव दिवस: पीएम मोदी बोले- आदिवासी शिक्षित, हमें सीखना बाकी है

हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ जयवीर भाद्वाज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस देश का विभाजन कांग्रेस ने किया जिसके कारण लाखों हिन्दुओं की जान गई, जिसका प्रतिकार नाथूराम गोडसे ने किया था। उन्होंने कहा कि हमने आज पूरे देश में बलिदान दिवस मनाया है।  जिस अम्बाला जेल में नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को फांसी दी गई थी उस शहर की मिट्टी से हमने दोनों के चित्र पर तिलक किया है और गोडसे की मूर्ति की पूजा की है।  डॉ भरद्वाज ने कहा कि अभी हमारे पास नाथूराम गोडसे की मूर्ति बनकर आई है जिस दिन नारायण आप्टे की मूर्ति बनकर आ जाएगी दोनों की मूर्तियां पार्टी कार्यालय में स्थापित करेंगे।

ये भी पढ़ें – सर्दी में भाए चूल्हे पर सिकी रोटी, पर भूलकर भी ऐसे न सुलगाएं चूल्हे की आग

हिन्दू महासभा नेता ने कहा कि हिन्दू महासभा जो करती है डंके की चोट पर करती है हमें मेरठ में बताकर मूर्ति स्थापित की वहां धाम बनाया अब हम देश के कोने कोने में मूर्तियां स्थापित कर धाम बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी ने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए निजी पार्टी कार्यालय में नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे की मूर्ति स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी है जिस दिन अनुमति मिल जाएगी मूर्तियां स्थापित कर दी जाएँगी ।

 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News