Gwalior News : लोकसभा चुनाव से पहले पुलिस को बड़ी सफलता, 10 पिस्टल के साथ चार हथियार तस्कर गिरफ्तार

शुरूआती जाँच में सामने आया है कि आरोपी रामवीर एवं राकेश बाहर से अवैध पिस्टल लाकर डबरा एवं ग्वालियर शहर में 10 से 25 हजार का फायदा लेकर 50 हजार से 01 लाख 10 हजार रूपये में बेचते थे। अभी तक इनके द्वारा कितने अवैध हथियारों का सौदा किया गया है इसके संबंध में पूछताछ जारी है।

Atul Saxena
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Gwalior News : लोकसभा चुनाव को लेकर एक्टिव ग्वालियर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है, पुलिस ने अवैध हथियार बेचने आये दो तस्करों और दो खरीददारों को गिरफ्तार किया है, इन सभी के कब्जे से पुलिस ने अलग अलग बोर की 10 पिस्टल जब्त की हैं साथ ही जिन्दा राउंड भी जब्त किये हैं, तलाशी में पिट्ठू बैग और कमर में खुरसी हुई  पिस्टल मिलीं हैं, शुरूआती पूछताछ में सामने आया है कि तस्कर बाहर से पिस्टल लाते थे और ग्वालियर एवं डबरा में इसे महंगी कीमत पर बेचते थे।

ग्वालियर पुलिस इन दिनों बहुत एक्टिव मोड में हैं लगातार अपराधियों पर, शराब माफिया, हथियार तस्करों, मादक पदार्थ तस्करों पर नजर रख रही है, ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बताया कि क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी सिकरौदा चौराहे के पास जय गुरुदेव आश्रम के सामने एक अवैध हथियार सौदा होने जा रहा है।

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बदमाशों ने भागने की कोशिश की पुलिस ने घेरकर पकड़ा 

सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम मुखबिर के बताये स्थान जय गुरुदेव आश्रम के सामने पहुंची तो वहां पर चार व्यक्ति एक बुलेट मोटरसाइकिल के साथ खड़े दिखे। चारों व्यक्तियों ने पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने चारों बदमाशों को घेरकर पकड़ लिया। पूछताछ में मालूम चला कि रामवीर सिंह गुर्जर और राकेश गुर्जर यहाँ हरप्रीत सिंह उर्फ सोनू सरदार और विजयप्रताप उर्फ सोनू गौर को हथियार बेचने आये थे।

डील होने से पहले ही धरे गए बदमाश 

पुलिस ने तलाशी लेते हुये जब इनके नाम पता पूछा तो रामवीर सिंह गुर्जर ने खुद को ग्राम झाड़ौली हाल गुप्तापुरा हंसमहल के पास डबरा निवासी बताया, उसकी तलाशी लेने पर एक 09 एमएम बोर की एक देशी लोडेड पिस्टल मिली जिसकी मैंगजीन में एक जिंदा राउण्ड लगा हुआ था व पीठ पर टंगे नीले काले रंग का पिट्ठू बैग को चेक करने पर बैग के अंदर 32 बोर की 06 देशी पिस्टल मिली इसके पास एक  रीयलमी कंपनी का एक मोबाइल फोन भी मिला।

हथियार बेचने आये दोनों आरोपी डबरा के रहने वाले  

दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम राकेश गुर्जर निवासी ग्राम चिटौली थाना डबरा देहात जिला ग्वालियर बताया जिसकी तलाशी में कमर में खुरसी हुई एक 30 बोर की एक लोडेड पिस्टल मिली जिसकी मैंगजीन में एक जिंदा राउण्ड लगा हुआ था। राकेश गुर्जर के पास वीवो कंपनी का एक मोबाइल फोन, केनरा बैंक का एक एटीएम कार्ड मिला व एक काले रंग की बुलेट मोटरसाइकिल बिना नंबर प्लेट की  मिली जिसके पीछे गुर्जर लिखा था।

कमर में खुरसे हुए थे पिस्टल , पिट्ठू बैग में भी थीं 

तीसरे व्यक्ति की तलाशी लेने पर उसने अपना नाम हरप्रीत सिंह उर्फ सोनू निवासी ग्राम इटायल थाना डबरा देहात जिला ग्वालियर हाल सोनी की बगिया चीनौर रोड डबरा बताया जिसकी तलाशी में कमर में 32 बोर की एक लोडेड पिस्टल खुरसी मिली जिसकी मैंगजीन में एक जिंदा राउण्ड लगा हुआ था। उसके सेमसंग कंपनी का एक मोबाइल फोन मिला। चौथे व्यक्ति ने अपना नाम विजयप्रताप उर्फ सोनू गौर निवासी शिवनगर घोसीपुरा ग्वालियर बताया जिसकी तलाशी में कमर में 32 बोर की एक लोडेड पिस्टल खुरसी मिली जिसकी मैंगजीन में एक जिंदा राउण्ड लगा हुआ था। इसके पास मोटोरोला कंपनी का एक मोबाइल फोन मिला।

हथियार तस्कर पुराने बदमाश, मोबाइल की डिटेल निकाल रही पुलिस 

एसपी ने बताया कि रामवीर सिंह गुर्जर और राकेश गुर्जर पुराने बदमाश हैं, ये अवैध पिस्टल की खेप लेकर बेचने आये थे पुलिस सोनू सरदार और सोनू गौर का रिकॉर्ड तलाश कर रही हैं, पुलिस इन्हें रिमांड पर ले रही है, ये किसी भी तरह का क्राइम कर सकते हैं ऐसा इनकी गतिविधि से लगता हैं , पुलिस पूरी जानकारी खंगाल रही है।

सस्ते लाकर कई गुना महंगी कीमत पर बेचते थे अवैध हथियार 

उधर शुरूआती जाँच में सामने आया है कि आरोपी रामवीर एवं राकेश बाहर से अवैध पिस्टल लाकर डबरा एवं ग्वालियर शहर में 10 से 25 हजार का फायदा लेकर 50 हजार से 01 लाख 10 हजार रूपये में बेचते थे। अभी तक इनके द्वारा कितने अवैध हथियारों का सौदा किया गया है इसके संबंध में पूछताछ जारी है। एसपी ने बताया कि जब से आचार संहिता लगी है तब से अबतक ग्वालियर पुलिस 96 अवैध हथियार और तस्कर जब्त कर चुकी है और तस्करों की गिरफ्तार कर चुकी है, उन्होंने कहा कि ये कार्रवाई जारी रहेगी ।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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