ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने ग्वालियर में कलेक्ट्रेट का घेराव किया। प्रदर्शन में वे लोग भी शामिल हुए जिनके परिजन कोरोना के चलते अपने प्राण गंवा चुके हैं। माकपा ने मांग की है कि कोरोना मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये आर्थिक सहायता दी जाए एवं परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए। यहाँ माकपा ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
माकपा के ग्वालियर जिला सचिव अखिलेश यादव ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी पार्टी का मानना है कि कोरोना आपदा की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए जो तैयारी राज्य व केन्द्र सरकारों को करनी चाहिये थी, वह तैयारी नहीं की गई। जिसके कारण लाखों की संख्या में नागरिकों को दवाईयों, अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर,ऑक्सीजन आदि की कमी के कारण जान गंवानी पडी, अगर समय रहते समूचित प्रबंध किये गये होते तो इतनी बडी संख्या में जनहानि को रोका जा सकता था। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि कोरोना आपदा की पहली और दूसरी लहर में जिन नागरिकों की मृत्यु हुई है उनके परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी राज्य सरकार की ओर से दी जाए।
माकपा सचिव ने कहा कि वैक्सीनेशन का काम धीमी गति से चल रहा है और यदि ऐसे में तीसरी लहर आती है तो जनता को गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेंगे इसलिए वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि पार्टी की मांग है कि तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए समूचित प्रबंध किये जाएं। हमारी पार्टी किये जाने वाले प्रबंध में यथासंभव मदद के लिए तैयार है। प्रदर्शन में वरिष्ठ माकपा नेता राम विलास गोस्वामी, जसविंदर सिंह सहित बड़ी संख्या में माकपा कार्यकर्ता और कोरोना पीड़ितों के परिजन शामिल थे।
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श्रुति कुशवाहा
2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।