Gwalior News : जय विलास पैलेस में मन रही दीपावली, सियासत के युवराज का हैप्पी बर्थडे

Gaurav Sharma
Published on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमन सिंधिया बुधवार को 26 वर्ष के हो गये। उनके जन्मदिन पर ग्वालियर स्थित जय विलास पैलेस में जमकर आतिशबाजी हुई और समर्थकों की भारी भीड़ ने अपने युवराज को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं दी।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमन सिंधिया का बुधवार को 27 वां जन्मदिन है। महाआर्यमन का जन्मदिन पहली बार इतनी धूमधाम और भारी भीड़ के बीच मन रहा है। इस अवसर पर जय विलास पैलेस मे जूनियर सिंधिया के हजारों प्रशंसकों ने उन्हें बधाइयां दी और फूल मालाओ से उनका स्वागत किया।

MP News: अधिकारियों पर बड़ा एक्शन, रोकी गई 9 की एक वेतन वृद्धि, कारण बताओ नोटिस जारी

समर्थकों के बीच युवराज के नाम से जाने जाने वाले महाआर्यमन पिछले कुछ दिनों से राजनीति में भी सक्रिय हैं। हालाकि 13 साल की उम्र से वे अपने पिता की चुनावी सभाओं में जाते रहे हैं। लेकिन उनकी सक्रियता पिछले लोकसभा चुनावों में दिखाई दी थी। अपने दादा की तरह सहज,सरल व सौम्य व्यक्तित्व वाले महाआर्यमन ने दून स्कूल से प्रारंभिक पढ़ाई की। उन्होंने अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। उन्हें म्यूजिक में भी काफी रुचि है और ट्विटर पर अक्सर म्यूजिक से जुड़े वीडियो साझा करते रहते है।

BJP ने घोषित की पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्षों की तीसरी सूची, इन्हें मिली जिम्मेदारी

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा था तब महाआर्यमन ने ट्वीट कर उनके इस फैसले को सही बताया था और लिखा था “इतिहास गवाह है कि मेरा परिवार कभी भी सत्ता का भूखा नहीं रहा। जैसा कि हमने वादा किया था कि हम भारत और मध्य प्रदेश में प्रभावी बदलाव लाएंगे।” उनके ट्वीट को राजनीतिक गलियारों में काफी सराहा गया था और यह पहला मौका था जब सिंधिया परिवार के किसी भी व्यक्ति ने इतने प्रभावी अंदाज के साथ इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी थी।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News