ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भारी वाहनों को एंट्री फ़ीस वसूल कर अवैध तरीके से शहर से निकालने वाले दो सिपाहियों (Police Consteable) को एसपी अमित सांघी ने निलंबित (Suspended) कर दिया है। दोनों सिपाही अलग अलग थाना क्षेत्र के हैं जिन्हें निलंबन के बाद पुलिस लाइन(Gwalior Police Line) भेज दिया गया है।
एसपी अमित सांघी (SP Gwalior Amit Sanghi) को कई बार शिकायत मिली कि शहर की सीमाओं पर तैनात पुलिसकर्मी भारी वाहनों को एंट्री फ़ीस (वसूली) कर अनाधिकृत रूप से शहर से निकाल देते हैं, जो दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। इस तरह की शिकायतों के बाद एसपी ने पुलिस अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश दिए।
एसपी के निर्देश के बाद शहर (Gwalior News) के एक सीएसपी, सहायक पुलिस अधीक्षक (IPS) सियाज एम के साथ ट्रक में सवार होकर रात्रि गश्त पर निकले। दोनों अधिकारियों ने शहर की सीमाओं वाले दो थाना क्षेत्रों झांसी रोड और गिरवाई के चैकिंग पॉइंट को चैक किया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहले रात करीब 1:15 बजे झांसी रोड थाना क्षेत्र के विक्की फैक्ट्री चैकिंग पॉइंट पर पहुंचे यहाँ तैनात आरक्षक समीर खान ने एक ट्रक को शहर के बीच से जाने की अनुमति दे दी। इसके बाद दोनों अधिकारी 2:30 बजे गिरवाई थाना क्षेत्र में पहुंचे। यहाँ तैनात आरक्षक अवधेश राजपूत ने भी ट्रक को शहर की जनकगंज मंडी की तरफ जाने दिया। दोनों आरक्षकों का आचरण वरिष्ठ अधिकारियों को संदिग्ध लगा।
दोनों पुलिस अधिकारियों ने इसकी सूचना एसपी अमित सांघी को दी, जिसके बाद एसपी ने आरक्षक समीर खान और आरक्षक अवधेश राजपूत को निलंबित कर पुलिस लाइन भेज दिया। एसपी ने सीएसपी नागेंद्र सिंह की इसकी जाँच सौंपते हुए 7 दिनों ने रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....