Gwalior News : दो शातिर चेन स्नेचर गिरफ्तार, तीन लूट का खुलासा

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  ग्वालियर (Gwalior) में चेन स्नेचिंग (Chain Snatching) की घटना कर पुलिस (Gwalior Police) को चुनौती देने वाले दो शातिर लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने झाँसी रोड थाना क्षेत्र में पिछले दिनों उनके द्वारा की गई दो चैन स्नेचिंग स्वीकार की साथ ही एक विश्व विद्यालय थाना की लूट भी कुबूल की।  लुटेरों को पकड़ने वाली टीम को एसपी ने 10,000 रुपये का कैश रिवार्ड दिया है।

एसपी अमित सांघी (SP Amit Sanghi) ने पत्रकारों को जानकारी दी कि पिछले दिनों 11 सितम्बर को मांढरे की माता मंदिर चौराहे पर एक बुजुर्ग महिला के गले से सोने की चेन लूटी गई फिर थोड़ी देर बाद एक और चेन स्नेचिंग की घटना हुई। लूट की  सीसीटीवी में कैद  हो गई।  घटना के बाद एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया, सीएसपी रत्नेश तोमर और टी आई थाना झाँसी रोड मिर्जा आसिफ बेग ने टीम गठित कर बदमाशों की तलाश शुरू की।

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घटना के आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे गए, फुटेज को रिवर्स फॉरवर्ड कर देखा गया तो एक जगह बदमाश दिखाई दिए।  उसके बाद पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है।  आरोपियों ने पूछताछ में झाँसी रोड थाना क्षेत्र की दोनों चेन स्नेचिंग स्वीकार की। पुलिस ने इनके कब्जे से लूटी गई सोने की चेन भी बरामद कर ली।  पूछताछ में बदमाशों ने  विश्व विद्यालय थाना क्षेत्र में उनके द्वारा की गई एक और चेन लूट स्वीकार की।

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एसपी ने कहा कि आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा उम्मीद है कि आरोपियों से कोई और  पुरानी घटना का भी खुलासा हो जाये।  एसपी ने लूट का खुलासा करने वाली टीम की तारीफ करते हुए कहा कि एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया, सीएसपी रत्नेश तोमर और झाँसी रोड थाने के टी आई मिर्जा आसिफ बेग एवं उनकी टीम ने बहुत मेहनत की।  इसलिए इन्हें मेरी तरफ से 10,000 रुपये का कैश रिवार्ड दिया जा रहा है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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