Gwalior News : मध्य प्रदेश के ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र के कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर पर महिलाओं ने मारपीट करने गालियां देने, बाल पकड़कर जमीन पर पटकने के आरोप लगाये हैं, पीड़ितों ने जान से मारने की धमकी देने के भी गंभीर आरोप लगाये, पीड़ित महिला अन्य ग्रामीणों के साथ एसपी ऑफिस पहुंची जहाँ पुलिस ने उनका आवेदन लेकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। उधर विधायक साहब सिंह गुर्जर ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है और इस एके राजनीतिक षड्यंत्र बताया है।
ग्वालियर जिले की ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की मऊ पहाड़ी इलाके में रहें वाली महिलाएं और पुरुष आज एसपी ऑफिस पहुंचे, उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ बिजली की बहुत समस्या है, चुनाव से पहले साहब सिंह गुर्जर ने वादा किया था कि यदि वो जीत जायेंगे तो आपके तहां ट्रांसफार्मर लगवा देंगे लेकिन अब कई चक्कर लगाने के बाद भी वे ट्रांसफार्मर नहीं रखवा रहे।
महिला ने कांग्रेस विधायक पर लगाये मारपीट के आरोप
पीड़ित महिला मुन्नी देवी लोधी ने कहा कि हम चार बार विधायक साहब सिंह गुर्जर से मिल चुके हैं लेकिन उन्होंने अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं रखवाया आज हम उनके निवास पर अलकापुरी आये तो उन्होंने हमारे साथ अभद्रता की, मारपीट की, मेरे बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया, उसे बचाने आये पुरुषों से भी मारपीट की और फिर जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।
एडिशनल एसपी ने आवेदन लेकर दिया उचित कार्यवाही का भरोसा
पीड़ित ग्रामीण एसपी धर्मवीर सिंह यादव से मिलना चाह रहे थे लेकिन एसपी साहब ऑफिस में नहीं थे इसलिए एडिशनल एसपी षियाज़ के एम ने उनसे मुलाकात की और उनसे आवेदन लेकर कहा कि हम मामले की जाँच करेंगे औ रजो भी वैधानिक कार्यवाही होगी उसके मुताबिक एक्शन लिया जायेगा। उधर विधायक साहब सिंह गुर्जर ने आरोपों को गलत बताया है।
कांग्रेस विधायक ने कहा ये मेरे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र
एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से मोबाइल पर बात करते हुए कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर ने कहा कि आरोप मनगढ़ंत हैं, ये मेरे खिलाफ एक राजनीतिक षड्यंत्र है , उन्होंने कहा कि मैंने इन सभी लोगों को बैठाकर चाय नाश्ता कराया उनके सामने स्पीकर पर AE से बात की इन्हें आश्वासन मिल गया तो ये लोग चले गए फिर लौटकर आये और इन्होंने मेरे घर पर हंगामा किया मेरे पीएसओ के साथ झूमाझटकी की, कांग्रेस विधायक ने कहा कि ये लोग खुद नहीं आये थे मुझे लगता है इन्हें किसी ने भेजा था मेरा पास पूरे प्रमाण हैं, आरोप झूठे हैं।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट