Gwalior Crime News : ग्वालियर पुलिस ने डबरा में व्यापारी के साथ हुई 35 लाख रुपये की लूट का खुलासा कर दिया है, पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूटी गई रकम में से 7 लाख रुपये बरामद कर लिए है जबकि शेष रकम और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। ग्वालियर आईजी एडीजीपी डी श्रीनिवास वर्मा ने आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को कैश रिवार्ड देने की घोषणा की है।
कट्टे से फायर कर सरेराह लूटे थे 35 लाख रुपये
22 नवंबर 2022 को लुटेरों ने डबरा की सबसे व्यस्त सड़क ठाकुर बाबा रोड पर दिन दहाड़े लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था, बदमाशों ने HDFC बैंक से कैश निकाल कर जा रहे डबरा के व्यापारी सेवक राम बजाज से कट्टे की नोक पर रुपयों से भरा बैग छीना और गोलियां चलाते हुए भाग गए, बैग में 35 लाख रुपये थे, घटना के बाद से डबरा के व्यापारियों और आम जनता में आक्रोश था, पूर्व मंत्री और लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी ने भी डबरा बंद की चेतावनी दी थी।
150 पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की टीम ने निभाई अहम् भूमिका
घटना की गंभीरता और डबरा के स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए एसपी अमित सांघी सहित ग्वालियर आईजी एडीजीपी डी श्रीनिवास वर्मा ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई, वरिष्ठ अधिकारियों ने एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दण्डोतिया एवं एडिशनल एसपी ग्रामीण जयराज कुबेर को टीमें बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। दोनों अधिकारियों ने 6 थानों सहित क्राइम ब्रांच की कुल 150 अधिकारियों कर्मचारियों को एक दर्जन अलग अलग टीमें बनाई और उन्हें टास्क दिए।
500 सीसीटीवी फुटेज देखे, 100 लुटेरों की तस्दीक की
एडीजीपी डी श्रीनिवास वर्मा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस टीमों ने घटनास्थल के आसपास एवं पूरे डबरा शहर के सभी सीसीटीवी फुटेज चेक किये गये तथा टेक्निकल व सायबर टीमों को भी सक्रिय किया। पुलिस ने पूर्व के आपराधिक रिकॉर्ड व जेल से रिहा हुए करीब 100 लुटेरों की भी तस्दीक की। घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे मोटर सायकिल सवार बदमाशों की तस्दीक के लिए मुखबिर तंत्र मजबूत किया। तीन राज्यों में पुलिस टीमें गई और सैकड़ों किलोमीटर तक 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज तलाशे और 6 दिन का बैकअप देखा और फिर लूट की घटना में 8 अपराधी चिन्हित हो गये।
दूसरे व्यापारी के मुनीम ने दी थी लुटेरों की सूचना
एडीजीपी ने कहा कि लूट की घटना को बदमाशों द्वारा पूरी योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। व्यापारी के बैंक जाने की सूचना लुटेरों को डबरा के ही एक अन्य व्यापारी के मुनीम द्वारा दी गई थी। तब लुटेरों द्वारा ग्वालियर के बीएसएफ कॉलोनी से एक मोटरसाइकिल चोरी कर उसकी नम्बर प्लेट हटाकर घटना के तीन दिन पूर्व से उक्त व्यापारी की बैंक से घर तक रेकी की गई। घटना दिनांक को एक अपाचे मोटर सायकिल पर तीन लुटेरों ने दिनदहाड़े इस दुस्साहसिक घटना को अंजाम दिया जिसमें बैंक से घटना स्थल तक इनके पांच अन्य साथियों द्वारा उक्त लूट की घटना कराने में सहयोग किया।
पुलिस की 7 दिनों की मेहनत का परिणाम आया सामने
उन्होंने कहा कि लगातार 07 दिन तक सभी पुलिस टीमों द्वारा की गई मेहनत रंग लाई और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सबसे पहले रैकी करने वाले बदमाश चिन्हित किये। जिन्हें अलग अलग जगह से पकड़कर पूछताछ की गई तो उन्होंने घटना का खुलासा किया, गिरफ्तार किये गए चार आरोपियों की निशानदेही पर घटना में लूटे गये रुपयों मेें से 07 लाख रुपये तथा घटना में प्रयुक्त चार मोटर सायकिलों में से एक मोटर सायकिल जब्त की गई।
फ़िल्मी अंदाज में पीछा कर पकड़े आरोपी, 30 हजार का कैश रिवार्ड घोषित
आईजी डी श्रीनिवास वर्मा ने कहा कि जिस फ़िल्मी अंदाज में बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया था पुलिस ने भी उन्हें फ़िल्मी अंदाज में पीछा कर अलग अलग जगह से पकड़ लिया, पकड़े गये चार बदमाशों में से दो को टेकनपुर के पास से, तथा रैकी करने वाले मुनीम को डबरा से एवं एक अन्य को झांसी से पकड़ा गया। पकड़े गये बदमाशों से पुलिस टीम द्वारा उनके फरार शेष साथियों व लूटी गई रकम के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक अन्य आरोपी हिरासत में ले लिया गया है और शेष तीन आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें प्रदेश के अन्य जिलों तथा सीमावर्ती प्रदेशों में लगातार दबिश दे रही हैं। जल्दी ही लूटी गई पूरी रकम बरामद हो जाएगी । आईजी ने लूट का खुलासा करने वाली टीम को 30 हजार रुपये का कैश रिवार्ड देने की घोषणा की है ।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट