ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर कलेक्ट्रेट में सवा साल से अटका पड़ा कनाडा निवासी महिला का मैरिज सर्टिफिकेट एक दिन में ही बन गया। दरअसल इस मामले को लेकर जिस तरह से ग्वालियर जिला प्रशासन की मीडिया के माध्यम से पूरे देश में किरकिरी हुई, उसके बाद चेते प्रशासन ने आनन-फानन में सर्टिफिकेट बना दिया।
इस कारण उनका मैरिज सर्टिफिकेट बन नहीं पा रहा था। जिला प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान आकर्षित कराए जाने पर श्रीमती संधू ने दस्तावेज उपलब्ध कराने की पहल की। साथ ही जिला प्रशासन ने भी अपने स्तर पर प्रयास किए। फलतः बुधवार को अनुप्रीत कौर का मैरिज सर्टिफिकेट बन गया।@CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/1ea9b0ziwx
— Collector Gwalior (@dmgwalior) December 15, 2021
कनाडा की अनुप्रीत कौर संधू अब अपने पिया को सात समुंदर पार ले जा सकेंगी। दरअसल पिछले सवा साल से वे अपने पति गोहद निवासी शेफ को कनाडा ले जाना चाह रही थी लेकिन कलेक्ट्रेट में मैरिज सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहा था। हर बार कर्मचारी किसी न किसी कागज की डिमांड कर देते और मैरिज सर्टिफिकेट जस का तस लटका रह जाता। मैरिज सर्टिफिकेट ना होने की वजह से महिला अपने पति का स्पाउस वीजा नहीं बनवा पा रही थी और वे कनाडा नहीं जा पा रहे थे। सोमवार को महिला ने कलेक्ट्रेट में इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा किया और कलेक्ट्रेट कर्मचारियों पर पैसे मांगने का आरोप तक जड़ दिया। महिला का यह भी आरोप था कि वह अब तक 9 लाख रू खर्च कर चुकी है लेकिन मैरिज सर्टिफिकेट उसके हाथ नहीं आया। मीडिया के माध्यम से जब यह खबर पूरे देश में फैली तो कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने खुद इस मामले पर संज्ञान लिया और आखिरकार बुधवार को महिला को मैरिज सर्टिफिकेट मिल गया।
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कलेक्टर के ट्विटर अकाउंट से यह जानकारी दी गई है कि जैसे ही अनुप्रीत कौर संधू को मैरिज सर्टिफिकेट मिला वे खुशी से झूम उठी। हालांकि ट्वीट में यह भी लिखा है कि महिला ने कुछ दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए थे जिसके कारण सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहा था। लेकिन महिला की खुशी के झूमने की बात तो है ही साहब। सवा साल की लालफीताशाही और लेटलतीफी ने पिया मिलन की आस को भी सवा साल लंबा कर दिया ना।