अतुल सक्सेना/ग्वालियर। संवेदनशीलता और दूसरों के प्रति आदर,प्यार और कृतज्ञता क्या होती है ये कई बार अलग अलग लोगों के मुँह से सुनने को मिलता है लेकिन बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो इसका अनुसरण करते हैं लेकिन ग्वालियर कलेक्टर ने आज प्रशासन के अधिकारियों की मदद से वैलेंटाइन डे पर बुजुर्गों के लिए एक स्पेशल कार्यक्रम कर मिसाल पेश की। कलेक्टर अनुराग चौधरी ने ना सिर्फ बुजुर्गों की समस्याएं दूर की बल्कि उनके सार्वजनिक रूप से पैर छूकर उनका आशीर्वाद भी लिया। ग्वालियर में प्यार का त्योहार वैलेंटाइन डे अलग ही अंदाज में मना। ये किसी संस्था ने आयोजित नहीं किया और ना ही इसमें कोई खूबसूरत जोड़े शामिल हैं बल्कि ग्वालियर जिले के सीनियर सिटीजन यहाँ मौजूद थे और आयोजन स्थल था ग्वालियर कलेक्टर कार्यालय का सभागार। । कलेक्टर ने इस आयोजन को इस माता पिता पूजन दिवस नाम दिया। दरअसल कलेक्ट्रेट परिसर में जिस कलेक्टर के कक्ष में जन सुनवाई होती है आज वहां का माहौल कुछ अलग ही था । सुनवाई कक्ष को विशेष तौर पर सजाया गया था यहाँ बैलून आदि लगाकर ससम्मान सीनियर सिटीजन को बैठाया गया था। इस कार्यक्रम की पृष्ठभूमि में पिछले दिनों भरण पोषण अधिनियम के तहत जिन बुजुर्ग माता-पिताओं का उनके बेटे बेटियों या परिजनों से सुलह के बाद राजीनामा कराया था ऐसे 25 जोड़ों को ना केवल उनके परिजनों से मिलवा कर माफी मंगवाई गई बल्कि उनका पूजन भी कराया गया। प्रशासन ने एक-एक बुजुर्ग की आवश्यकताओं को देखते हुए उन्हें पेंशन की पात्रता के कार्ड सहित ट्राईसाईकिल, गेहूं चावल और नगद राशि तक भेंट की। कार्यक्रम में शामिल हुए बुजुर्गों को उनके जरूरत की चीजों के साथ-साथ उनका जरूरी चिकित्सकीय परीक्षण भी कराया गया साथ ही ट्राईसाईकिल जैसी जरूरत की चीजें भी भेंट की गई । इस अनूठे कार्यक्रम की बागडोर जहां जिला प्रशासन के अलग-अलग विभागों के अधिकारी संभाले हुए थे वही कुछ समाजसेवी महिलाएं जो काउंसलर की भूमिका निभा रही थी वो सब बुजुर्गों के लिए असली वैलेंटाइन साबित हुई।
वैलेंटाइन डे पर माता पिता का पूजन जहाँ समाज के लिए अलग संदेश देने का प्रयास है वहीं खास बात ये है कि जिले के मुखिया यानि कलेक्टर अनुराग चौधरी ने खुद एक एक बुजुर्गों महिला पुरुष को शॉल, श्रीफल, गीता भेंट करने के बाद सार्वजनिक रूप से पैर छुये। कलेक्टर की इस सादगी और सम्मान को देखकर बहुत से बुजुर्गों की आँखों से आंसू रुक नहीं पाए। कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कहा कि इस कार्यक्रम को करने के पीछे हमारा उद्देश्य सिर्फ इतना था कि हम उन बच्चों को अपने माता पिता की तकलीफों के अलावा उनके प्यार का अहसास करायें जिससे वो उनके प्रति प्यार और कृतज्ञता ज्ञापित कर सकें।