ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री एवं विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के संघ कार्यालय नागपुर जाने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अभी तो ना जाने कहाँ कहाँ मत्था टेकना पड़ेगा, वैसे यदि रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर मत्था टेकते तो आधे पाप धुल जाते।
भारतीय जनता पार्टी के तीन दिवसीय सदस्यता अभियान का जवाब देने के लिये कांग्रेस ने बुधवार को ग्वालियर में महा सदस्यता अभियान शुरू किया। जिसमें पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, पूर्व मंत्री लाखन सिंह, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति, पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव, पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला, पूर्व सांसद राम सेवक सिंह सहित अन्य कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। सभी के निशाने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ही रहे। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए उनके RSS कार्यालय नागपुर जाने पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि मालूम पड़ा है कि वे संघ में शरणम् गच्छामि हुए हैं, वहाँ मत्था टेकने गए हैं, अब वे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, फिर अमित शाह के घर जायेंगे मत्था टिकेंगे और यदि गलती से मोदी जी ने समय दे दिया तो वहाँ भी जायेंगे। पता नहीं कितने दरवाजे पर मत्था टेकने जाना पड़ेगा। ये बहुत छोटी बात है। अरे जाना ही था तो रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर मत्था टेकते, वहाँ शीश झुकाकर जाते तो आधे पाप और अपराध क्षमा हो जाते।
सज्जन बोले- कैलाश ने कहा कि सिंधिया पार्टी में मुझसे छोटे नेता
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले दिनों ये कैलाश के घर खाना खाने गए थे लेकिन वो बंगाल भाग गया। घर में खाना खिलाने के लिए मुखिया है नहीं, मैंने बाद में पूछा भाई ऐसा क्यों किया तो कैलाश बोले कि सज्जन भैया एक बात सुनो भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया मुझसे बहुत छोटे कद के नेता हैं, मैं राष्ट्रीय महामंत्री हूँ। अब जब एक साधारण व्यक्ति खाना खाने आ रहा है तो मेरे बच्चे और नौकर खाना खिला देंगे। अब सोचिये इस स्तर पर एक व्यक्ति का कहाँ का इतिहास कहाँ पहुँचने लगा है। सज्जन सिंह वर्मा ने दावा किया कि सिंधिया को MPCA का चुनाव मैंने जितवाया। मैं सिंधिया के लिये अपने दोस्त कैलाश विजयवर्गीय से भी भिड़ गया। उस समय हुई इन दोनों की लड़ाई जा जाहिर है। मैंने दादागिरी से सिंधिया को वोट डलवाये तब ये जीते वरना हार जाते।
स्थानीय वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी रही चर्चा में
कांग्रेस की पत्रकार वार्ता में कांग्रेस धड़ों में बंटी दिखी। आयोजकों ने पत्रकार वार्ता के लिए जो सिटिंग अरेंजमेंट किया था उसमें बाहर से आने वाले नेताओं को आगे की सीट जबकि ग्वालियर के वरिष्ठ नेताओं को पीछे वाली सीट दी गई। जैसे ही पत्रकार वार्ता शुरू हुई व्यवस्था देखकर ग्वालियर के वरिष्ठ नेता भड़क गए। दरअसल व्यवस्था के तहत पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा,पूर्व मंत्री लाखन सिंह,पूर्व मंत्री गोविंद सिंह, पूर्व मंत्री जय वर्धन सिंह, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राम निवास रावत, ग्रामीण अध्यक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह को आगे बैठाया गया और पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला,पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव, पूर्व सांसद राम सेवक सिंह बाबूजी को पीछे जगह दी गई जिससे वे नाराज हो गए। हालांकि राम निवास रावत ने मनाने का प्रयास किया लेकिन इन वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि जब हमारी आवश्यकता नहीं है तो हम पीछे ही ठीक हैं। वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी यहाँ चर्चा का विषय बनी रही।