Stress And Heart Disease: दिल से जुड़ी बीमारियों के पीछे कई वजह हो सकती है, जिसमें हाई बीपी, स्मोकिंग, डायबिटीज आदि है। कभी कभी फिजिकल एक्टिव ना होने पर भी दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती है, लेकिन क्या आप जानते है कि तनाव भी ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों की वजह बन सकता है। एक स्टडी में पाया गया कि तनाव धमनियों में समस्या पैदा कर देता है, जिस वजह से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
स्टडी में हुआ खुलासा
दरअसल, 52 देशों के 24 हजार से ज्यादा लोगों पर हुई स्टडी में यह सामने आया कि तनाव से जूझ रहे लोगों में हार्ट स्ट्रोक, अटैक का खतरा बाकी के मुकाबले दोगुना से ज्यादा था। डॉक्टर्स बताते है कि आजकल लोगों छोटी छोटी बातों पर तनाव ले रहे है जिस वजह से उनमें हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा तनाव लेने पर दिमाग का फियर सेंटर रिएक्ट करता है जिससे हार्मोन रिलीज होता है। जिस वजह से शरीर में फैट, बीपी और इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ जाता है। इसका परिणाम हार्ट अटैक या स्ट्रोक के रूप में सामने आता है।
तनाव से बढ़ता है खतरा
स्टडी में सामने आया कि ज्यादा तनाव लेने पर हार्मोन रिलीज होता है जिसकी वजह से खून गाढ़ा होने लगता है। इससे नसों में खून का प्रवाह धीमा हो जाता है और दिल को खून को पंप करने और बाकि शरीर में भेजने के लिए दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है। जब बार-बार ऐसा होता है तो दिल की धमनियों में सूजन आने लगती है और ब्लड क्लॉटिंग बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं ये हार्ट अटैक का कारण बनती है। ठीक ऐसे ही जब प्लॉक दिमाग की नसों में जमकर दिमाग तक खून का प्रवाह रोकता है तो व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रोक आने का खतरा होता है।
कैसे कम करें तनाव
- तनाव कम करने के लिए आप योग और मेडिटेशन कर सकते है।
- रोजाना आधे घंटे की नियमित वर्कआउट भी इसे कम करने में मदद करता है।
- रोजाना 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें इससे तनाव कम होता है।
- सोते वक्त अपने पास में स्मार्टफोन या कंप्यूटर को रखने से बचें।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।