देश की पहली आधुनिक और आत्म-निर्भर लाल टिपारा गौशाला ग्वालियर में बने बायो गैस संयंत्र का पीएम मोदी 2 अक्टूबर को वर्चुअली शुभारंभ करेंगे  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उनकी “वेस्ट टू वेल्थ” के विकास दर्शन के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होने संत समुदाय के प्रति भी आभार व्यक्त किया है जो गौ-माता की सेवा कर रहे हैं देश की पहली आधुनिक और आत्म-निर्भर गौ-शाला  का संचालन कर रहे हैं।

Lal Tipara Gaushala, Gwalior
Gwalior News : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को नवाचार के क्षेत्र में ग्वालियर में नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिन ग्वालियर की आदर्श गौशाला लाल टिपारा में बायो सीएनजी प्लांट (कंप्रेस्ड बायो गैस संयंत्र) का वर्चुअली शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल एवं केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी वर्चुअली इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। लाल टिपारा गौशाला में 2 अक्टूबर को बायो  सीएनजी प्लांट के शुभारंभ के साथ-साथ स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के समापन अवसर पर स्वच्छता मित्रों एवं स्वच्छता चैंपियन का सम्मान भी किया जाएगा।
लाल टिपारा गौशाला में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद भारत सिंह कुशवाह व महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार इस कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में जिले के सभी विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है।

IOC के इस प्लांट से 100 tan गोबर से रोज 3 टन CNG बनेगी 

उल्लेखनीय है लाल टिपारा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से 2 हेक्टेयर क्षेत्र में बायो सी.एन.जी. प्लांट स्थापित किया गया है। इस प्लांट के संचालन के लिए 100 टन गोबर का उपयोग कर प्रतिदिन 3 टन तक सीएनजी और सर्वोत्तम गुणवत्ता का जैविक खाद 20 टन मिलेगा। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन प्लांट के संचालन एवं संधारण में भी सहयोग करेगा। यह लाल टिपारा गौशाला कार्बन उत्सर्जन रोकने में वैश्विक आदर्श बनने जा रही है।

32 करोड़ रुपये की लागत से बना है सीएनजी प्लांट

गौ-शाला में यह सीएनजी प्लांट इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की सामाजिक जिम्मेदारी निधि से 32 करोड़ रुपये की लागत से बना है। भविष्य में विस्तार की संभावना को रखते हुए एक हेक्टेयर की भूमि आरक्षित रखी गई है। गौ-शाला को और विस्तार देने सांसद निधि से 2 हजार गायों के लिये आधुनिक शेड निर्माण के लिए 2 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। इस प्लांट से नगर निगम ग्वालियर को लगभग राशि रूपये 7 करोड़ की आय प्राप्त होना संभावित है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जताया प्रधानमंत्री मोदी और संतों का आभार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उनकी “वेस्ट टू वेल्थ” के विकास दर्शन के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होने संत समुदाय के प्रति भी आभार व्यक्त किया है जो गौ-माता की सेवा कर रहे हैं देश की पहली आधुनिक और आत्म-निर्भर गौ-शाला  का संचालन कर रहे हैं। राज्य सरकार इस प्रयास के विस्तार के लिये पूरा सहयोग देगी। उल्लेखनीय है कि इंदौर में एशिया के सबसे बड़े सीएनजी प्लांट का संचालन हो रहा है। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। ग्वालियर की लाल टिपारा गौ-शाला आदर्श गौ-शाला में ग्वालियर नगर निगम और संत समुदाय के सहयोग से 10 हजार गायों की देखभाल की जा रही है। बायो सीएनजी प्लांट के साथ ही इंक्यूबेशन सेंटर भी जल्दी ही शुरू किया जायेगा।

CNG प्लांट से ये होंगे फायदे

कार्बन उत्सर्जन कम करने और जलवायु परिवर्तन के खतरों का सामना करने में समाज और सरकार के आपसी सहयोग का यह विश्व स्तरीय आदर्श उदाहरण है लाल टिपारा में स्थापित किया गया सीएनजी प्लांट। बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना से पर्यावरण भी सुधरेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। गोबर धन के उपयोग से आर्थिक रूप से भी गौशाला आत्मनिर्भर बनेगी। ग्वालियर के आस-पास जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। किसानों को इस प्लांट से गोबर की खाद उचित दाम पर मिल सकेगी।

ग्रीन ऊर्जा उत्पादन में आगे बढ़ता मप्र

मध्य प्रदेश ने क्लीन और ग्रीन ऊर्जा उत्पादन की ओर तेजी से कदम बढ़ा दिये हैं। केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की ताजा रिपार्ट के अनुसार गांवों में बायो गैस संयंत्रों की स्थापना में मध्य प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर चंडीगढ और दूसरे पर उत्तर प्रदेश है। मध्य प्रदेश में 104 बायोगैस संयंत्र विभिन्न गांवों में संचालित हैं। सबसे ज्यादा 24 बैतूल में, बालाघाट 13 में और सिंगरौली में 12 हैं। स्थानीय स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध होने के साथ ही यह कार्बन उत्सर्जन रोकने में भी मदद करती है।
देश की पहली आधुनिक और आत्म-निर्भर लाल टिपारा गौशाला ग्वालियर में बने बायो गैस संयंत्र का पीएम मोदी 2 अक्टूबर को वर्चुअली शुभारंभ करेंगे  
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 

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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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