ग्वालियर, अतुल सक्सेना। जूनियर डॉक्टर्स द्वारा IPS ऋषिकेश मीणा के साथ की गई अभद्रता (Junior doctors misbehave with IPS) के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए दो अलग अलग एफआईआर झांसीरोड थाने में दर्ज की गई है। इसमें 10 जूनियर डॉक्टर के खिलाफ नामजद और कुछ अन्य मेडिकल स्टूडेंट्स के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा सहित IPC की अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
ग्वालियर के जीआर मेडिकल कॉलेज (GR Medical College Gwalior) के सीनियर बॉयज हॉस्टल के जूनियर डॉक्टर्स द्वारा शराब पीने से टोकने पर जिस तरह से गश्त पर निकले सीएसपी मुरार/डीएसपी क्राइम ऋषिकेश मीणा (IPS) के साथ अभद्रता की गई , उनका मोबाइल छीनकर गटर में डाला गया, गाड़ी की चाबी छीन ली, उनकी गाड़ी की हवा निकाल दी और IPS के PSO के साथ मारपीट की उससे मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी सकते में आ गया।
घटना को गंभीरता से लेते हुए ग्वालियर पुलिस ने इस मामले में दो अलग अलग एफआईआर झांसीरोड थाने में दर्ज की। एडिशनल एसपी मृगाखी डेका ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ को मोबाइल पर बताया कि एक एफआईआर शराब पीकर तेज गति से गाड़ी चलाने वाले जूनियर डॉक्टर के खिलाफ की गई है और दूसरी एफआईआर IPS से अभद्रता करने और उनके PSO के साथ मारपीट करने वाले जूनियर डॉक्टर्स के खिलाफ की गई है। इसमें 10 जूनियर डॉक्टसर और अन्य के नाम शामिल हैं।
घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अक्षय निगम ने प्रबंधन के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर एसएसपी अमित सांघी के साथ बैठक की। एसएसपी ने मीडिया को बताया कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने हमारे साथ बैठक की है। उन्होंने भी अपनी तरफ से अनुशासनात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया है।
अमित सांघी ने कहा कि सभी ने इस बात को माना कि सीएसपी IPS Rishikesh Meena अपनी ड्यूटी कर रहे थे जबकि जूनियर डॉक्टर सड़क पर शराब पी रहे थे और उन्हें टोकने पर ये विवाद हुआ। एसएसपी ने कहा कि अब इस मामले में नामजद एफआईआर हो गई है और आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....