ग्वालियर, अतुल सक्सेना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) आज दो दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर (Gwalior News) पहुंचे। वे एयरपोर्ट से सीधे पार्टी की बैठक में शामिल हुए। सिंधिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कल मंगलवार 21 जून को ग्वालियर किले पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दिल्ली से इंडिगो की फ्लाइट से दोपहर में ग्वालियर पहुंचे। एयरपोर्ट से वे सीधा भाजपा की बैठक (BJP Gwalior Election Meeting) में शामिल हुए। सिंधिया ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम चुनाव की तैयारियों पर चर्चा कर रहे हैं कि कैसे हम जमीन पर मजबूती से उतर पायें और सुमन शर्मा को जीत दिलवा सकें।
सिंधिया ने कार्यकर्ताओं के आक्रोश पर कहा कि हमारी पार्टी अनुशासित पार्टी है, जो निर्णय संगठन ने लिया है उसका पालन होगा, उसी के आधार पर हम लोग चलेंगे और भारतीय जनता पार्टी और कमल के फूल का परचम पूरे प्रदेश में लहरायेंगे।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया आज सोमवार शाम को रोटरी क्लब के कार्यक्रम में शामिल होंगे और रात्रि विश्राम जयविलास पैलेस में करेंगे। मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के अवसर पर सुबह 5:50 बजे से 8:00 बजे तक ग्वालियर किले पर आयोजित कार्यक्रम में सिंधिया शामिल होंगे और उसके बाद इंडिगो की फ्लाइट से 12:40 पर दिल्ली चले जायेंगे।
बहरहाल सिंधिया भले ही अनुशासन की बात कहें और सीधे सवाल पर कोई जवाब ना दें लेकिन कल रविवार को पार्टी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के दौरान जिस तरह नाराज कार्यकर्ताओं ने आक्रोशित होकर राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री चंद्रप्रकाश और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने नारेबाजी की, सांसद विवेक शेजवलकर का घेराव किया उससे ये स्पष्ट दिखाई देता है कि अनुशासित पार्टी का कार्यकर्ता कितने गुस्से में है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....