Section 52 implemented in Jiwaji University Gwalior: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलगुरु प्रोफ़ेसर अविनाश तिवारी को पद से हटा दिया गया है, उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है और धारा 52 लागू कर दी गई है। राज्यपाल ने जेयू में नए कुलगुरु का आदेश भी जारी कर दिया है।
कुलगुरु प्रोफ़ेसर अविनाश तिवारी को हटाया
मध्य प्रदेश के राज्यपाल एवं जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मंगुभाई पटेल के हस्ताक्षर से जारी एक आदेश में आज 18 फरवरी से जीवाजी विश्वविद्यालय में धारा 52 लागू कर दी गई है और कुलगुरु प्रोफ़ेसर अविनाश तिवारी को उनके पद से हटा दिया गया है। ये आदेश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के बाद राजभवन ने जारी किया।
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डॉ राजकुमार आचार्य जेयू के नए कुलगुरु नियुक्त
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने इसी के साथ अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के पूर्व कुलगुरु और महात्मा गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय करेली जिला नरसिंहपुर के प्राचार्य डॉ राजकुमार आचार्य को नया कुलगुरु नियुक्त किया है, आगामी आदेश तक डॉ आचार्य जेयू के कुलगुरु का दायित्व संभालेंगे।
13 जनवरी को EOW में दर्ज हुआ था मामला
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय से कॉलेजों को सम्बद्धता दिए जाने के मामले में हुए भ्रष्टाचार की एक शिकायत की जाँच के बाद ईओडब्ल्यू ग्वालियर ने कुलगुरु प्रोफ़ेसर अविनाश तिवारी सहित कुल 17 प्रोफेसर्स पर 13 जनवरी को मामला दर्ज किया था जिसके बाद से ही माना जा रहा था कि कुलगुरु अविनाश तिवारी को हटाया जा सकता है ।