ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के गृह जिले ग्वालियर का एक वीडियो इस समय वायरल हो रहा है जिसमें एक उपभोक्ता मीटर रीडर को घूंसों से जमकर पीट (Meter reader thrashed in Energy Minister’s city) रहा है, मात्र 3 सेकण्ड के इस वीडियो में मीटर रीडर को पीटने वाला उपभोक्ता ये कहता सुनाई दे रहा है कि तूने गलत कैसे दिया? घटना के बाद कर्मचारी आक्रोशित हो गए और रोशनी घर पर धरने पर बैठ गए उसके बाद पुलिस ने पीड़ित मीटर रीडर की शिकायत दर्ज की।
ग्वालियर में एक उपभोक्ता ने मीटर रीडर की जमकर मारपीट कर दी। किसी ने 3 सेकण्ड का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामला जनकगंज थाना क्षेत्र के जीवाजी गंज क्षेत्र का है, जहाँ एक उपभोक्ता का बिल ज्यादा आने पर वो इतना उत्तेजित हो गया कि उसने मीटर रीडर की ही घूंसों से जमकर मारपीट कर दी।
घटना के बाद बिजली कर्मचारी आक्रोशित हो गए और रोशनी घर पर पहुँच गए और गेट पर धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों का कहना था कि मामले में पुलिस कार्यवाही हो। कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने पीड़ित मीटर रीडर ब्रजमोहन धाकड़ की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया।
पीड़ित मीटर रीडर ब्रजमोहन धाकड़ ने जनकगंज थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। एफआईआर में मीटर रीडर ब्रहमोहन धाकड़ ने बताया कि वो अधिकारियों के निर्देश पर मीटर रीडिंग के लिए जीवाजी गंज के सिकरवारी मोहल्ले में कल 03 सितम्बर को गया था।
मैंने जब उपभोक्ता जगदीश कुशवाह का बिल निकालकर दिया तो उनका बेटा अनुराग उर्फ़ अन्नू कुशवाह ज्यादा बिला आने पर भड़क गया और मेरे साथ मारपीट करने लगा जिससे मेरे सिर, मुंह और पेट में चोट आईं। उसने गन्दी गन्दी गलियां दी, और मेरी रीडिंग करने वाली मशीन तोड़ दी और मुझे फिर कभी रीडिंग पर आने पर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने आरोपी उपभोक्ता के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
MP में बिजली बिल ज्यादा आने पर बिजलीकर्मियों को इस तरह पीट रहे हैं उपभोक्ता…हैरत इस बात की कि ये वीडियो खुद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के गृह जिले ग्वालियर का है… pic.twitter.com/yDsjc08mCT
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....