ग्वालियर, अतुल सक्सेना। होली (Holi) पर भले ही इस बार भद्रा का साया नहीं है लेकिन कोरोना का साया जरूर है इसलिए जिला प्रशासन ने लोगों से घर में रहकर ही होली जलने की अपील की है। ज्योतिषियों के मुताबिक होली पर इस बार भद्रा नहीं है , होलिका दहन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत योग में प्रदोष काल में किया जाएगा।
होलिका दहन यानि होली (Holi) को जलाने के लिए शुभ मुहूर्त का बहुत महत्त्व होता है।, भद्रा काल में होली (Holi) जलाना अशुभ माना जाता है शास्त्रों में इस काल में होली (Holi) जलाना वर्जित किया गया है। राहत की बात ये है कि इस साल भले ही होली (Holi) पर कोरोना का साया है लेकिन भद्रा का साया नहीं है। ज्योतिषियों के मुताबिक भद्रा काल 28 मार्च यानि रविवार को सुबह 3:26 बजे से दिन में 1:51 तक है। जबकि शाम को प्रदोष काल में सर्वार्थ सिद्धि और अमृत योग में शाम 6:16 से 8:55 बजे तक होलिका दहन यानि होली (Holi) जलाना शुभ रहेगा।
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ग्वालियर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने अपने आदेश में लोगों से अपील की है कि वे सांकेतिक रूप से होलिका दहन करें और कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए करें।सोमवार 29 मार्च को धुलेंडी का पर्व रहेगा यानि होली (Holi) खेली जाएगी। लेकिन कोरोना संक्रमण होने से जिला प्रशासन ने लोगों से घरों में रहकर ही होली खेलने की अपील की है। ग्वालियर जिले में धारा 144 प्रभावी है। होली (Holi) के सार्वजनिक आयोजनों और जुलूस प्रतिबंधित हैं। हुड़दंग करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी।