करोड़ों की नल जल योजना अधूरी, 2 ट्यूबबेल फेल, आधे गांव को नहीं मिल रहा पानी

होशंगाबाद, राहुल अग्रवाल। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में करोड़ों रुपए की लागत से नलजल योजनाओं के काम कराये जा रहे हैं, लेकिन हकीकत में नल जल योजना के काम गांव में अधूरे और ठप पड़े हुए हैं। विभाग अधिकारी और ठेकेदार की मिली भगत से ही नल जल योजना में गड़बड़ी की जा रही हैं।

इसम योजना में कई प्रकार की गड़बड़ी और अनियमिताएं हो रही हैं। मामला केसला ब्लॉक के जमानी गांव का है जहां नल जल योजना के तहत दो ट्यूबवेल का उत्खनन ठेकेदार के द्वारा कराया था। लेकिन विभाग के अधिकारी व इंजीनियर की सांठगांठ से ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए इंजीनियर ने दो ट्यूबवेल को खराब बता दिया। इसके अलावा गांव में पाइप लाइन आधे गांव में डल चुकी है और आधे गांव में डलना अभी शेष हैं। इस मामले की जांच करवाई जाये तो नल जल योजना में अनियमितताएं व भ्रष्टाचार उजागर हो सकता हैं।

दरअसल ग्रामीण इलाकों में अब नल जल योजना से घर-घर पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है। जिला यालय से महज 40 किलो मु मीटर दूर केसला ब्लॉक के जमानी गांव में जयपुर की वीणा इफ्रास्टेकर कंपनी को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने नल जल योजना का ठेका दिया हैं। जमानी गांव में लगभग 2 हजार से ज्यादा आबादी वाला गांव हैं। नल जल योजना का काम करने वाली कंपनी ने डीपीआर के दो ट्यूबवेल उत्खनन और एक स्टेंड नलकूप का उत्खनन किया गया था। इसमें से विभाग के इंजीनियर ने दो ट्यूबवेल का उत्खनन होने के बाद खराब बता दिया। अब एक स्टेंड नलकूप से ही गांव में पानी की सप्लाई की जा रही हैं जिससे आधे गांव को ही पानी मिल पा रहा हैं क्योंकि अधूरी पाइप लाइन से पेजयल सप्लाई चालू कर दी गई।

टंकी से आधे गांव में ही हो रही है सप्लाई
नल जल योजना के अंतर्गत गांव में सवा लाख लीटर पानी की टंकी बनकर तैयार हो चुकी हैं जिससे वर्तमान में आधे गांव में पानी की सप्लाई हो रही हैं। वहीं कुछ क्षेत्र में पाइप लाइन नहीं पहुंची हैं। जिन घरों में कनेक्शन हो गये हैं, वहां नलों में टोटी तक नहीं लगी हैं जिससे पानी सड़क पर बह रहा हैं। केरल के पूर्व इंजीनियर अनिल शर्मा का कहना है कि कंपनी का पूरा काम नहीं हुआ हैं। डीपीआर में एक मेनलाइन डालने का उल्लेख हैं। इधर ग्रामीणों ने कहा कि गांव में नल जल योजना में घटिया स्तर के कंपनी द्वारा पाइप लाइन डाली हैं। गांव में सड़क खोद दी है जिससे लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।

घरों तक नहीं पहुंचे नल कनेक्शन
गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि नल जल योजना का काम डेढ़ साल से चल रहा है, जो अब तक पूरा नहीं हुआ हैं। कंपनी ने दो ट्यूबवेल का उत्खनन कराया था। दोनों से पानी नहीं निकला। विभाग के इंजीनियर ने दोनों ट्यूबवेल को खराब बता दिया हैं। अब ऐसे में स्टेंड नलकूप के सहारे गांव की पेयजल सप्लाई व्यवस्था हैं। वहीं कई ग्रामीणों के घरों तक नल के कनेक्शन नहीं हुए हैं। यहां तक कि नलो में टोटी तक नहीं लगाई गयी हैं।

इंजीनियर का हुआ तबादला, नहीं सौंपी फाइलें
केसला ब्लॉक में नलजल योजना का काम देख रहे इंजीनियर का तबादला सिवनी दानापुर हो गया है। उनकी जगह दूसरे इंजीनियर को भेजा गया हैं । लेकिन पूर्व के इंजीनियर ने निर्माण कार्य की एक भी फाइलें अब तक उन्हें नहीं सौपी हैं। फाइल नहीं देने का कारण योजना में गड़बड़ी छुपाने का प्रयास माना जा रहा है। इस मामले की जांच विभाग के अधिकारी करें तो शायद नल जल योजना की गड़बड़ी व अनियमिताएं उजागर हो सकती हैं।

इनका कहना है
जमानी में वीणा इंफ्रास्टेक्र कंपनी जयपुर के द्वारा नलजल योजना का काम किया जा रहा हैं। लॉकडाउन की वजह से काम रुक गया था आधे गांव में पेयजल की सप्लाई चालू कर दी हैं। जल्द ही अधूरा काम पूरा किया जाएगा।
एसके गुप्ता, कार्यपालन यंत्री, पीएचई


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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