होशंगबाद/इटारसी,राहुल अग्रवाल। जिले में केवल 9 रेत खदानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। बाकी की रेत खदानों की रेत ट्राली संचालकों की नजरों में गड़ रही है। मरोड़ा या ग्वाड़ी की रेत खदान हो या फिर कोई अन्य रेत खदान इन सब जगहों पर माइनिंग और पुलिस विभाग की सांठगांठ से रेत चोरी का काम बेधड़क चल रहा है। जिम्मेदारों की हथेलियों में कड़क-कड़क हरी पत्तियों का बंडल आने के बाद उनकी रेत चोरों को देखने की क्षमता खत्म हो जाती है। इन खदानों पर हर रात को 7 बजे से सुबह 7 बजे तक रेत चोरी का खेल चल रहा है।
रामपुर पुलिस के आशीर्वाद और खनिज विभाग के जिम्मेदारों की कृपा से रेत चोरी का काम फलफूल रहा है। एक दर्जन से ज्यादा रेत चोर ट्रॉली संचालक इस वक्त रामपुर थाना क्षेत्र की खदानों पर सक्रिय हैं। जिससे पुलिस और रेत चोर दोनों का ही भला हो रहा है। रेत चोरी के खेल में रामपुर पुलिस और शहर में खाकीधारी काटता एंट्री का टोकन सांठगांठ के चलते माइनिंग विभाग के जिम्मेदार भी कर रहे हैं इसकी अनदेखी। सुबह 6 बजे तक लगातार यहां माइनिंग चल रही है।वहीं इन खदानों पर अगर रॉयल्टी चालू हो जाती है तो आम जनता को सस्ती रेत मिल सकेगी। वहीं अगर इसमें ज्यादा देरी हुई तो आम आदमी रेत लूटने के लिए मजबूर हो जाएगा।