इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। किसानों (Farmers) से जुड़ी इंदौर जिले (Indore) के मऊ से हाल ही में एक खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि महू सहित अन्य क्षेत्रों में किसानों को गोभी का घटिया बीज दिया गया। जिसकी वजह से उनकी फसल खराब हो गई। किसानों द्वारा बताया गया कि ना तो पौधों की जड़ों का विकास हुआ और ना ही को भी बन पाई। ऐसे में अप किसान अपनी फसल को उखाड़ कर फेंक ने पर आ गए हैं।
कुछ किसानों ने तो फसल को काट कर फेंकना भी शुरू कर दिया है। दरअसल किसानों ने बड़ी उम्मीद के साथ गोभी की फसल लगाई थी कि इसका अच्छा उत्पादन होने के साथ-साथ उन्हें अच्छी आई भी मिल सकेगी। लेकिन खराब भी दिए जाने की वजह से ना तो फसल अच्छी हो पाई और ना ही उस फसल का कोई आए, उन्हें मिल पाएगा। क्योंकि अब किसान खुद ही अपनी इस फसल को काटकर फेंकने पर तुले हुए हैं।
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जानकारी के मुताबिक मऊ की खाद बीज की दुकानों से नामी कंपनियों के बीच खरीद कर किसानों ने बीज बोए थे। लेकिन बीज बोने के कुछ समय बाद यह पता चला कि पौधे पनत नहीं रहे हैं और पौधे में खराबी हो रही है। ऐसे में किसानों द्वारा फसल में दवा का छिड़काव भी किया गया। लेकिन उसके बाद भी कोई असर नहीं देखने को मिला। इस को लेकर किसानों ने बीज विक्रेताओं से भी बातचीत की, लेकिन किसी तरह का फायदा उन्हें नहीं मिल पाया।
इसके बाद किसानों ने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को इस बात की शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद खेतों का निरीक्षण किया गया निरीक्षण में यह पता चला कि बीच में खराबी के कारण फसल खराब हुई है। हालांकि बीज विक्रेता मौसम को बीच खराब होने की वजह बता रहे हैं। वहीं किसानों का मानना है कि मौसम से गोभी की फसल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ना तो इसका विकास रुकता है और ना ही पौधे की आयु होने के बाद भी उसमें गोभी के फल आना रुकते हैं।