इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश (MadhyaPradesh) की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में कोरोना संकट के दौर खाकी के अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे है। कभी यहां वर्दीधारी पुलिस मास्क के नाम पिता की पिटाई मासूम बेटे के सामने करती नजर आती है तो कभी यहां का पुलिस जवान पलायन करने वाले मजदूरों को आर्थिक सहायता प्रदान करता नजर आता है। ये ही वजह है कि मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस (Indore Police) अन्य स्थानों की पुलिस से थोड़ी जुदा है। इन्ही के चलते इंदौर पुलिस एक बार फिर चर्चाओं में है।
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दरअसल, इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र में स्थित स्कीम नंबर 134 में रहने वाले निजी कंपनी के इंजीनियर की मौत कोरोना के कारण हो गई। इंजीनियर का नाम प्रांजू मोहन सामने आया है जो मूल रूप से असम के देकगांव जोरहट का रहने वाला था। हुआ यूं कि इंदौर में अकेले रहने वाले प्रांजू को हाल ही में कोरोना महामारी ने चपेट में ले लिया था। जिसके बाद कंपनी के कर्मचारी उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश करते रहे लेकिन बेड नही मिला और रविवार को प्रांजू इंदौर में अपने घर पर दम तोड़ दिया।