इंदौर।
इन दिनों कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी पूरे प्रदेश में चर्चा का केन्द्र बनी हुई है।वही इस नाराजगी पर सीएम कमलनाथ का बयान सियासी गलियारों में खलबली मचाए हुए है। जहां विपक्ष इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बयानबाजी कर रहा है वही कांग्रेस और कमलनाथ सरकार के मंत्री सफाई पेश करने में लगे हुए है।कांग्रेस नेता और मंत्रियों का साफ कहना है कि सिंधिया को पार्टी से कोई नाराजगी नही। कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी के बाद अब पीसी शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है।सुत्रों की माने तो महाराज की नाराजगी से समर्थक मंत्री और विधायकों में भी नाराजगी पनपने लगी है। आने वाले दिनों में पार्टी इसको लेकर बड़ा फैसला ले सकती है।ऐसे में नए पीसीसी चीफ और राज्यसभा सदस्य को लेकर बड़ा फैसला होने की संभावना है।
इंदौर पहुंचे शर्मा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पार्टी में किसी भी तरह का विवाद नहीं है और ना ही कोई नाराजगी है। सब कुछ ऑल इस वेल है।वही सिंधिया के दिल्ली में हुई समन्वय समिति की बैठक को आधे में छोड़कर जाने को लेकर कहा कि बैठक में संगठन को लेकर चर्चा की गई है। किसी भी तरह के विवाद और नाराजगी का मामला नहीं है। वही मुख्यमंत्री के बयान सिंधिया को सड़क पर उतरना है तो उतर जाए पर कहा कि मुख्यमंत्री के बयान को लेकर भी कहा कि मुख्यमंत्री के बयान का गलत मंतव्य निकाला गया है। जबकि सड़क पर उतरने जैसी कोई बात नहीं है।
इसके पहले भोपाल में जीतू ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि सिंधिया की किसी से कोई नाराजगी नहीं है। सभी का एक ही मकसद समृद्ध मध्यप्रदेश बनाना है।समन्वय समिति की बैठक में कार्यकर्ताओं के सम्मान आयोजित किया गया था।वही जीतू का कहना है कि विकास कार्यों की पब्लिसिटी और निगम मंडलों को लेकर चर्चा की गई। कांग्रेस का वादा हिंदू धर्म ग्रंथ के वचन के सामान है। इन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा।
वही आज मीडिया से चर्चा करते हुए गोविंद सिंह ने सीएम कमलनाथ के उस बयान का समर्थन किया जिसमें उन्होंने कहा कि सिंधिया को सड़कों पर उतरना है तो उतर जाए। गोविंद सिंह ने कहा कि कमलनाथ जी ने जो कहा है कुछ सोच समझ के ही कहा होगा। कोई दिक्कत है तो घर मे बेठ कर चर्चा करें। हमने सड़क पर उतारने का काम शिवराज को दे रहा है। आगे गोविंद सिंह ने सिंधिया को नसीहत देते हुए कहा कि सड़क पर उतरने का काम विपक्ष का होता है, अगर कोई परेशानी है तो मुख्यमंत्री कमलनाथ या फिर पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात करनी चाहिए।सिंधिया को यूं सड़क पर उतरने की बात नही करना चाहिए ।प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को विकास के लिए चुना है, सड़कों पर उतरने का काम विपक्षीय दल भाजपा के पास है।