इंदौर। आकाश धोलपुरे।
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में अलग अलग चुनावी नजारे आज देखने को मिले राजनीति और राजनेताओं को छोड़ दे कुछ ऐसा आज के दिन हुआ कि हर पल यादगार बन गया। सबसे खास बात ये रही कि अलसुबह से आर्थिक राजधानी इंदौर के लम्हे अलग – अलग कैमरो में कैद हुए। जहां राऊ विधानसभा क्षेत्र में जीतू पटवारी सायकिल पर सवार होकर अपने फिटनेस क्लब को जॉइन करते दिखे तो दूसरी और रेसीडेंसी क्षेत्र में मतदान करने पहुंचे। वही इंदौर संभागायुक्त राघवेंद्र सिंह के साथ एडीजी अजयकुमार शर्मा और आयुक्त नगर निगम आशीष सिंह आज परिवार सहित सादगी के साथ अपने निवास से पैदल मतदान केंद्र पहुंचे और नागरिकों से बढ़ चढ़कर मतदान करने की अपील भी की। इधर, बॉम्बे हॉस्पिटल के करीब स्थित ग्रीन फील्ड स्कूल में बने सुगम्य मतदान केंद्र पर 35 दृष्टिहीन दिव्यांग बेटियों ने उत्साह के साथ मतदान किया ।
कही वधु तो कही वृद्धा ने किया मतदान
अपनी सरकार को चुनने के लिए कोई भी व्यक्ति मौका नही छोड़ना चाहता था लिहाजा ऐसे में कई ऐसे उदाहरण भी सामने आए जो समाज को ये बताने के लिए काफी है कि आखिर मतदान क्यों जरूरी है। भोपाल ब्याहने वाली इंदौर के राजेंद्र नगर क्षेत्र में रहने वाली हीरा बागरी नामक वधू ने भी अपने मताधिकार का उपयोग किया। जल्द ही इंदौर की बेटी भोपाल में दुल्हन बनने वाली है ऐसे में वर ने भोपाल तो वधू ने इंदौर के राउ क्षेत्र आईपीएस कॉलेज में परिवार सहित वोट डाला। माँ मीना बागरी की माने तो उन्हें अफसोस है कि उनकी शादी मतदान के एक माह पूर्व हो गई थी लेकिन अब बेटी का मतदान यादगार हो गया है। वही दुल्हन के रूप में आई हीरा बागरी ने बताया कि अब जिन्हें भी वोट डाला वो जीत जाए तो मतदान का ये दिन स्वयं के लिए ऐतिहासिक हो जाएगा। इधर, वधु के अलावा वृद्धाओं ने भी मतदान के प्रति जमकर उत्साह दिखाया। 90 साल की बुजुर्ग महिला भागवंती बाई चौहान को उनका बेटा नंदानगर स्थित सरकारी स्कूल में मतदान करनें पहुंची तो उम्र की बाधाओं को पीछे छोड़ 100 साल की बुजुर्ग महिला केसर बाई ने विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 के मतदान केंद्र क्रमांक 40 ढक्कन वाला कुआं पर मतदान किया। इस दौरान उनसे जब व्हीलचेयर के लिए कहा गया तो उनका साफ कहना था कि व्हीलचेयर पर नही पैदल ही मतदान करने जाऊंगी।
वही इन सबसे हटकर एक माँ अपनी लापता बेटी को जल्द पाने की आस लगाए वोट डालने पहुंची तो क्षेत्र क्रमांक एक के पोलिंग बूथ पर माँ अपने आंसू नही रोक पाई और मौके पर ही मीडिया के सामने दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कहने लगी। कुल मिलाकर आम से लेकर खास लोगो ने बाकायदा अपने मताधिकार का उपयोग कर मजबूत लोकतंत्र के प्रहरी के रूप में उदाहरण पेश किया हालांकि ये बात अलग है कि कई स्थानों मामूली विवाद और ईवीएम मशीन के बंद होने की शिकायते सामने आई है।।