इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश में कोरोना के हॉट स्पॉट रहे इंदौर शहर में आखिरकार कोरोना से राहत देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, बुधवार को तय समय से 22 मिनिट पहले कोरोना वैक्सीन यहां पहुंच गई। मध्यप्रदेश में ये वैक्सीन की दूसरी खेप है और इंदौर के लिहाज से पहली खेप पहुंची है।
13 बॉक्स में इंदौर और उज्जैन के लिए एक साथ आई कोविशील्ड वैक्सीन एयरपोर्ट पर इंडिगो की फ्लाइट से 4 बजकर 3 मिनिट पर पहुंची। ढाई मिनिट के अंदर बेहद तेजी से वैक्सीन को संभागीय भंडारण क्षेत्र पहुंचाया गया। जहां से इंदौर संभाग के 8 और उज्जैन संभाग के 7 जिलों के सेंटर्स के लिए रवाना किये जाने की तैयारी की गई। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट इंदौर पहुंची वैक्सीन की पहली खेप को सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया जाएगा। बता दे कि जिले के 26 हजार 400 स्वास्थ्यकर्मियों को सबसे पहले टीका लगेगा। स्वास्थ्य विभाग जिले के 101 केंद्रों में इसकी व्यवस्था की है।
इंदौर जिले में वैक्सीन का पहला टीका प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गाडरिया को लगाया जाएगा। इस संदर्भ में जब उनसे पूछा गया कि आपको घबराहट तो नहीं हो रही तो उन्होंने कहा कि मुझे गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने मैसेज करते हुए बताया कि मैं ही इंदौर में वैक्सीन की पहली हितग्राही हूं।
इधर, हेल्थ सर्विसेज के रीजनल डायरेक्टर डॉ. अशोक डागरिया ने बताया कि वैक्सीन के 13 बॉक्स इन्दौर आये है जिनमे 1 लाख 52 हजार डोज इंदौर-उज्जैन संभाग के लिए आये हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर के 8 जिलों और उज्जैन के 7 जिलों में वैक्सीन पहुंचाई जाएगी जहां राज्य सरकार के विरतण निर्देशो के मुताबिक वैक्सीन भेजी जाएगी। वहीं उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के पहले चरण में दोनो संभागों में 76 हजार टीके लगाए जाएंगे वहीं दूसरे चरण में 28 दिन बाद आधे डोज दिए जाएंगे।
फिलहाल, लंबे समय से कोविड की जंग लड़ रहे इंदौर में जैसे ही वैक्सीन आई वैसे ही सभी के चेहरों पर खुशी लहर छा गई है। कोरोना से मुक्ति के लिए लंबे समय से वैक्सीन का इंतजार किया जा रहा था ताकि दहशत से भरा जीवन सामान्य दौर में लौट सके।