MP: आईआईटी इंदौर ने बढ़ाया मध्यप्रदेश का मान, एशिया के टॉप 100 यूनिवर्सिटी में दर्ज हुआ नाम, जाने रैंक

Manisha Kumari Pandey
Published on -

इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। IIT Indore Ranking in Asia:- 1 जून 2022 को The Times Higher Education ने एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 की लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में एशिया के 31 देशों और प्रदेश के 616 यूनिवर्सिटी शामिल है। जिसमें से कुल 71 यूनिवर्सिटी भारत के है और इसी के भारत तीसरे स्थान पर रहा। भारत का नंबर 1 यूनिवर्सिटी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस बंगलौर है, जिसका रैंक 42 है, हालांकि यह टॉप 50 में शामिल होने वाली भारत की एक मात्र यूनिवर्सिटी है। तो वही एशिया में सबसे अधिक यूनिवर्सिटी के साथ जापान नंबर 1 पर रहा, इस देश की 118 यूनिवर्सिटी इस लिस्ट में शामिल है। तो वहीं चीन 97 यूनिवर्सिटी के दूसरे नंबर पर है।

यह भी पढ़े… CSIR-IIP Recruitment: यहाँ 57 पदों पर होगी भर्ती, इंटरव्यू के आधार पर होगा चयन, जाने डीटेल      

एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में इंदौर ने 87 स्थान हासिल किया है, जो प्रदेश के लिए खुशी की बात हो सकती है। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इंदौर की स्थापना 2009 में हुई थी। यह मध्यप्रदेश के मशहूर और स्वच्छ शहर इंदौर में है। इस लिस्ट में भारत अन्य कई यूनिवर्सिटी भी शामिल है। आईआईटी इंदौर के टॉप 100 में जगह बनाने यूनिवर्सिटी जेएसएस अकादेमी ऑफ हाइयर एजुकेशन एण्ड रिसर्च (रैंक 65) और आईआईटी रोपर (रैंक 68) भी शामिल हैं।

यह भी पढ़े… प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित भजन सोपोरी का निधन, पद्मश्री से किया गया था सम्मानित

टॉप 200 में जगह बनाने वाली यूनिवर्सिटी में जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी, पंजाब यूनिवर्सिटी, आईआईटी गांधीनगर, अलगप्पा यूनिवर्सिटी, थापर इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी, महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी, डीटीयू, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, जामिया मिलिया और इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन भी शामिल हैं।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News