इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर (Indore) में राशन माफ़िया(Ration mafia) दवे बंधुओं पर प्रशासन ( Administration) ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस (Indore Police) और प्रशासन ने आज बुधवार को अवैध रूप से मूसाखेड़ी में इनके द्वारा किए गए निर्माण को तोड़ा गया है। वहीं मोती तबेला में नियम कानूनों का मखौल उड़ाकर बनाए गए निर्माण कार्यों को भी ध्वस्त किया गया।इस पूरी कार्यवाही इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह (Indore Collector Manish Singh) के निर्देश पर जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा की जा रही है।
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राशनखोर माफ़िया दवे बंधुओं द्वारा अवैध रूप से किए गए निर्माणो पर कार्रवाई के चलते पहले मोती तबेला क्षेत्र में प्रशासन ने कार्रवाई कर एक मंदिर को उनके कब्जे से मुक्त कराया था। वही बुधवार को प्रशासन के बुलडोजर और जेसीबी का मुंह एक बार फिर मोती तबेला क्षेत्र में ही मुड़ गया। इसके पहले शहर के मूसाखेड़ी में दवे बंधुओ द्वारा किए गए निर्माण को तोड़ा गया है वहीं थोड़ी ही देर में मोती तबेला में नियम कानूनों का मखौल उड़ाकर बनाए गए निर्माण कार्यों को ध्वस्त किया गया।
कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई को अंजाम दिया गया। कार्रवाई के दौरान उपायुक्त रिमूवल लता अग्रवाल और भवन अधिकारी देवकीनंदन वर्मा ने बताया कि जोन क्रमांक 18 वार्ड क्रमांक 52 में श्याम दवे उर्फ बंटी दवे का सर्वे क्रमांक 258 /59 पवन नगर में 15 बाय 40 का जी प्लस 3 का मकान रिमूवल कार्रवाई की गई।
इसके अलावा राशन माफ़िया दवे बंधुओं के मोती तबेला में कलेक्ट्रेट ऑफिस के पीछे 4 मकान हैं। इन सभी मकानों के निर्माण में नियमों का उल्लंघन पाया गया है और यहां पूरी कार्रवाई को लीड अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अभय बेडेकर ने किया है।गरीबो के मुंह का निवाला छीनने वाले नक्कारे श्याम दवे और भरत दवे कानून की गिरफ्त में है और उन पर रासुका भी लगाई गई है वही अब उनके शागिर्दों पर भी कार्रवाई के प्रशासन शिंकजा कसने जा रहा है।
बता दे कि लॉक डाउन (Lock Down) के दौरान श्याम दवे और भरत दवे द्वारा 80 लाख का घोटाला (Scam) किया गया था। इस मामले में 31 राशन माफियाओं पर एफआईआर की गई है। इस मामले में कईयो को गिरफ्तार (Arrest) किया जा चुका है और बाकियों की तलाश जारी है। मुख्य सरगना श्याम दवे और भरत दवे सहित अब तक 5 लोगो को गिरफ्तार किया जा चुका है वही इस पूरे घोटाले में 30 से ज्यादा लोगो पर प्रशासन का शिकंजा कसा जा चुका है।