Indore कलेक्टर ने सड़क सुरक्षा समिति के साथ की बैठक, ट्रैफिक को लेकर बनाए नए प्लान

इंदौर के राजवाड़ा पर इन दिनों ई रिक्शा की भरमार है। इसलिए सबसे पहले निर्णय में आगामी 7 दिन तक ई-रिक्शा को प्रतिबंधित किया है। इसके साथ ही इंदौर के 30 ऐसे प्रमुख स्थान चयनित किए गए हैं जहां पर अत्यधिक ट्रैफिक दबाव रहता है।

Shashank Baranwal
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Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में लगातार ट्रैफिक में बढ़ावा देखने को मिल रहा है। वहीं, ट्रैफिक में दबाव को देखते हुए जिला सड़क सुरक्षा समिति के साथ इंदौर कलेक्टर ने कलेक्टर कार्यालय में बैठक आयोजित की। इस बैठक में कई ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जिससे आने वाले समय में ट्रैफिक का दबाव और सुगम यातायात देखने को मिल सकता है।

ट्रैफिक को लेकर बनाए गए प्लान

दरअसल, इंदौर के राजवाड़ा पर इन दिनों ई रिक्शा की भरमार है। इसलिए सबसे पहले निर्णय में आगामी 7 दिन तक ई-रिक्शा को प्रतिबंधित किया है। इसके साथ ही इंदौर के 30 ऐसे प्रमुख स्थान चयनित किए गए हैं जहां पर अत्यधिक ट्रैफिक दबाव रहता है। इन रूट्स पर भारी वाहनों के समय में बदलाव भी किया जाएगा। इनमें सबसे पहले नौलखा क्षेत्र में ट्रैफिक के दबाव के चलते शाम 4 बजे से लेकर रात को 10 बजे तक भारी वाहन शहर में आने से प्रतिबंधित किए गए हैं। ठीक इसी तरह भंवरकुआं, विजयनगर, रजवाड़ा इन क्षेत्रों पर भी ट्रैफिक को लेकर नए प्लान बनाए जा रहे हैं।

आने वाले समय दिखेगा बदलाव

इंदौर कलेक्टर का कहना है कि इन सभी निर्णय से आने वाले समय में इंदौर के ट्रैफिक में हमें अच्छा सुधार देखने को मिलेगा। फिलहाल, यह निर्णय कुछ समय की खातिर लिए जा रहे हैं। अगर इससे शहर के ट्रैफिक जाम की समस्या पर कंट्रोल आता है तो यह निर्णय परमानेंट लिए जाएंगे। शहर में कई ऐसी जगह हैं, जहां पर प्राइवेट बस ऑपरेटर मनचाही जगह पर वाहन पार्क कर देते हैं, जिससे भी शहर में ट्रैफिक की समस्या आ रही है। इन पर भी सख्त निर्णय लिए गए हैं। हालांकि आने वाले समय में बदलाव की स्थिति नजर आएगी।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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