इंदौर, आकाश धोलपुरे। एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाली मेघा गौड़ की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में 25 नवंबर 2020 को हो गई थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसकी हत्या की गई है। सोमवार को मेघा के परिजन फरार आरोपी की गिरफ्तारी मांग को लेकर पुलिस जनसुनवाई में पहुंचे। घरवालों का कहना है कि फरार आरोपी आबकारी विभाग में हैं और उसका कहना है कि कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इतनी ही नहीं, घरवालों के मुताबिक आरोपी ने उनसे पैसे लेकर उसका नाम केस से हटाने को भी कहा था।
दरअसल, इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र के नादिया नगर में रहने वाली मेघा गौड़ का विवाह 26 जनवरी 2019 को सूरज गौड़ के साथ हुआ था। मेघा के परिजनों का कहना है कि शादी के बाद से ही मेघा को दहेज (dowry) के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था और पैसों की मांग की जा रही थी। समय-समय पर मेघा के परिजनों ने पैसा भी दिया लेकिन ससुराल पक्ष वालों की मांग 10 लाख तक पहुंच गई थी और उसे इन पैसों के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। परिजनों ने आरोप लगाया कि 25 नवंबर 2020 को मेघा की हत्या कर दी गई और उसे उसके ससुराल वाले निजी अस्पताल में छोड़कर भाग गए थे।
इस पूरे मामले में पुलिस एमआइजी ने सास लक्ष्मी बाई ननंद कुसुम पति सूरज मौसी सास गीताबाई और मामा ससुर बालमुकुंद के खिलाफ मामला दर्ज किया था जिसमें चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं लेकिन मेघा का मामा ससुर जो कि आबकारी विभाग (Excise officer) में पदस्थ है और अब भी फरार है। मृतका मेघा गौड़ के परिजनों का आरोप है कि मेघा का मामा ससुर बालमुकुंद जो कि आबकारी विभाग में पदस्थ है और कई दिनों से फरार है और उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है जबकि वो पुलिस को उसका पता भी दे चुके हैं। अब उसकी गिरफ्तारी को लेकर परिजन पुलिस की जनसुनवाई में पहुंचे। इधर पुलिस का कहना है कि जल्द ही बालमुकुंद की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। पुलिस के अनुसार बालमुकुंद की गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जाएगी और उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने 2000 रुपये का इनाम भी घोषित किया है।