दोस्तों ने छिपाया मोबाइल तो नाबालिग ने डिप्रेशन में आकर फांसी लगाकर की खुदकुशी

Amit Sengar
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इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। इंदौर (indore) में 17 वर्षीय नाबालिग ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। दरअसल, फांसी लगाने की चौंकाने वाली वजह प्रारंभिक तौर पर सामने आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार, इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले कुणाल पिता प्रकाश कराडे ने गुरुवार रात को साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगाई और अपनी जान दे दी।

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बताया जा रहा है कि 17 साल का कुणाल अपने दोस्तों के साथ घूमने गया था और इस दौरान उसके दोस्तों ने उसका मोबाइल ले लिया था। जिसके बाद वह मोबाइल के लिए कुणाल छटपटाता रहा लेकिन मोबाइल नही मिला। हालांकि, कुछ देर बाद दोस्तो ने उसे मोबाइल वापस दे दिया लेकिन कुणाल को इस बात का इतना बुरा लगा कि उसने देर रात फांसी लगा ली और अपनी जान दे दी।

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मृतक कुणाल के मामा राकेश कोठे ने आशंका जताई है कि कुणाल के मोबाइल लिए जाने के कारण उसने फांसी लगा ली होगी। राकेश कोठे ने बताया कि कुणाल गुरुवार को दोस्तों के साथ घूमने गया था। वहीं उसके बाद उन्होंने नशा किया और उसके बाद उसका मोबाइल किसी ने निकाल लिया जिसके बाद पिता उसे थाने ले गए थे, और पुलिस को मोबाइल गुम होने की शिकायत की थी। वहीं घर जाकर कुणाल ने खाना नही खाया और रात 1 बजे के करीब उसने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली।

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चंदन नगर पुलिस के जांच अधिकारी जहीरुद्दीन ने बताया की पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है वहीं मोबाइल गुम होने के मामले को भी जांच के एंगल में शामिल किया गया है। फिलहाल, पुलिस ने 17 वर्षीय नाबालिग के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और कार्रवाई शुरू कर दी है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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