इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के बढ़ते मामलों के आंकड़े भयावह होते जा रहे हैं। बावजूद इसके लोगों की लापरवाही में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। इंदौर में जनसंख्या घनत्व भी कोरोना के कोहराम का मुख्य कारण है।
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जनवरी माह के शुरुआती 9 दिनों में इंदौर में कुल 3646 कोरोना मरीज पाए जाने से हड़कंप मच गया है। इनमें से 2 लोगों की मौत हो चुकी है। बहरहाल होम आइसोलेशन, कोविड केयर सेंटर और अस्पतालों में 3182 कोविड पॉजीटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
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इस स्थिति से निपटने के लिए कोरोना के बूस्टर डोज लगाना भी शुरू हो गए है। 96000 पात्र लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाएंगे। इस हेतु 100 केंद्रों पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के कमजोर इम्युनिटी वाले बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाए जाएंगे।
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पिछले 3 दिनों में 600 से ज्यादा मरीज हर रोज चपेट में आ रहे है लिहाजा, कोरोना से स्थिति और न बिगड़े इस हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बुजुर्गो के अलावा कोरोना से बचाव के लिए अब तक इंदौर में 1,58,000 टीनएजर्स को भी टीके लगाए जा चुके है। इस तरह टीकाकरण के पहले लक्ष्य को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल, इंदौर में प्रशासन कोरोनावायरस कीक्षगाइडलाइन का पालन खुद भी कर रहा है और लोगों से भी इसके लिए अपील कर रहा है ।
वही देश की बात करें तो इस समय भारत में हर रोज 140000 कोरोनावायरस संक्रमित मरीज प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। दूसरी ओर कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमेक्रान के मामले भी 3500 का आंकड़ा पार कर चुके हैं।