Indore News: सौतेले पिता ने नाबालिग बेटी के साथ किया दुष्कर्म, पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

रिश्तों को तार-तार कर देने वाला फिर एक मामला इंदौर के बाणगंगा थाने में दर्ज हुआ। दरअसल, माँ ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना की शिकायत बाणगंगा थाने में दर्ज कराई।

Shashank Baranwal
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Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ सौतेले पिता ने अपनी नाबालिक बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। वहीं, जब इस मामले की सूचना पुलिस को मिली तो उसने मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।

बाणगंगा थाने में मामला दर्ज

रिश्तों को तार-तार कर देने वाला फिर एक मामला इंदौर के बाणगंगा थाने में दर्ज हुआ। दरअसल, माँ ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना की शिकायत बाणगंगा थाने में दर्ज कराई। इस दौरान फरियादी महिला ने बताया कि अपनी नाबालिग बेटी के साथ उसके ही सौतेले पिता के गलत दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है।

अकेले पाकर किया दुष्कर्म

घटना की जानकारी क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने देते हुए आरोपी का पकड़ा जाना भी बताया है। उन्होंने बताया कि पीड़िता की मां किसी काम से घर से बाहर गई हुई थी। उसी वक्त सौतेले पिता ने बच्ची को घर में अकेला पाकर गलत हरकत की। एडिशनल डीसीपी के मुताबिक पड़ोस में रहने वाली एक आंटी ने यह हरकत देखी और फिर पीड़िता की मां को बताई। महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।

पहले भी कई बार किया छेड़छाड़

मामले में और अधिक खुलासा करते हुए एडिशनल डीसीपी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने बताया कि इससे पहले भी कई बार आरोपी बच्ची के साथ छेड़छाड़ करता रहा है, लेकिन डर से बच्ची ने कभी अपनी माँ को नहीं बताया। फिलहाल, आरोपी पुलिस की हिरासत में है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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