इंदौर, आकाश धोलपुरे। कोरोना (Corona) से जूझ रहे लोगों का इलाज जब अस्पताल (Hospital) में चलता है तब मरीज एक अलग दुनिया मे चला जाता है। जहां उसका कोई अपना नहीं होता है और उसे अकेले जिंदगी और मौत की जंग लड़नी पड़ती है। इसी जंग के दौर में केवल डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ और अस्पताल में भर्ती अन्य कोविड मरीज उसके साथ होते है। वही जब मरीज जिस वार्ड में भर्ती होता है और किसी की मौत हो जाती है तब तो हालात और भी बिगड़ जाते है। कई बार तो हॉस्पिटल में इलाज करा रहे लोग अवसाद में चले जाते है और गहरे तनाव के चलते उनकी हिम्मत भी जबाव देने लगती है। वही अस्पताल में डॉक्टर्स से लेकर नर्स अपने मरीजों का मनोबल बढ़ाने के लिए कही गाने आते है तो कही उनको डांस करवाते है जिससे की उनकी मानसिक स्तिथि समान्य रहे। इसी तरह का कुछ नज़ारा इंदौर (Indore) के भी एक हॉस्पिटल में देखने को मिला।
यह भी पढ़ें…KBC 13: अमिताभ बच्चन का यह रहा पहला सवाल- क्या आपको पता है इसका जवाब?
मरीजों के मानसिक तनाव को कम करने के लिए इंदौर के निजी अस्पतालों में तरह-तरह के प्रयोग किये जा रहे है। कुछ ऐसा ही अनूठा प्रयोग इंदौर विजयनगर क्षेत्र में स्थित C-3 अस्पताल में देखने को मिला जहां कोविड मरीजों को मोटिवेट करने के लिए डॉक्टर खुद सुमधुर गीत सुना रहे है। जिसके बाद कोविड मरीजों का मनोबल बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। अस्पताल के कोविड वार्ड में बकायदा डॉक्टर्स और स्टाफ पीपीई किट में मरीजों को न सिर्फ मोटिवेशनल गाने सुना रहे है बल्कि मरीजों का दुख दर्द को बांटने के लिए उनके पास बैठकर उनकी बातों को भी सुन रहे है। वही फेफड़े मजबूत करने के लिए कोविड मरीजों को व्यायाम भी कराया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधक डॉ. प्रमोद झंवर की माने तो कोविड-19 महामारी मरीजों को दिमागी तौर पर कमजोर कर देती है और अकेलेपन के चलते उसके विश्वास में कमी आ जाती है, ऐसे में तनाव को कम करने और लोगो मे विश्वास बढ़ाने के लिए हर रोज मरीजों को म्यूजिकल थेरेपी (Musical therapy) के जरिये गीत संगीत से जोड़ा जाता है। उन्होंने बताया कि म्यूजिक में वो शक्ति होती है जो मरीज के मन से डर को दूर करती है और जब मोटिवेशनल गीत गाये जाते और मरीज अपनी पीड़ा को भूलकर विश्वास के साथ कोविड से जंग लड़ता है। फिलहाल, इंदौर के निजी अस्पताल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है जिसे लोग खूब पसंद कर रहे है।