इंदौर,आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में आज सीएम क्या पहुंचे। कांग्रेस के लिए आफत खड़ी हो गई। एक तरफ जहां पहले कांग्रेस नेताओं ने पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा पर दायर मुकदमे को लेकर कमिश्नर कार्यालय पर हंगामा मचाया तो वही दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Congress MLA Jitu Patwari) को सीएम की बैठक से बैरंग लौटना पड़ा और कार में ही जनता दरबार खोलना पड़ा।
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दरअसल, इंदौर (Indore) सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) का आगमन हुआ और वो सीधे पहुंचे AICTSL के कार्यालय जहां क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में उन्हें इंदौर के कोविड के हालातो के बारे में जानकारी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से जुटानी थी लेकिन बैठक के पहले ही राजनीतिक रोमांच चरम पर पहुंच गया। बड़ी शिद्दत से अपनी बात रखने पहुंचे कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बैरंग लौटा दिया गया।
इसके बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने साफ किया कि उनके पास शुक्रवार को इंदौर एडीएम का फोन आया था कि वो बैठक में शामिल होंगे लेकिन जब वो मौके पहुंचे तो उनका नाम लिस्ट से बाहर था लिहाजा, उन्होंने बताया कि मेरी बात इंदौर कलेक्टर (Indore Collector) मनीष सिंह से हुई है जिन्होंने मुझे कहा कि उन्हें बैठक की बजाय अभय प्रशाल में आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था।
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अपने अपमान से बिफरे पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने पहले नर्सिंग एसोसिएशन की समस्या सुनी और उनके कार दरबार से उन्होंने एलान किया कि जब जनतंत्र और इंदौर का अपमान किया जा रहा है ऐसे में ऐसे सीएम से क्या उम्मीद रखी जाए जो जनता के सवालों को कांग्रेस विधायक के मार्फ़त नही सुनना चाहते है। उन्होंने कहा मैं क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में इसलिए पहुंचा था ताकि मैं पोस्ट कोविड मरीजो और मौतो पर सवाल उठाकर सरकार से सवाल कर सकूं लेकिन सीएम कांग्रेस विधायकों से चर्चा नही करना चाहते है और वो केवल बीजेपी नेताओं से इस मामले में चर्चारत है जो कि इंदौर की जनता का अपमान है।
एक जनप्रतिनिधि होने के नाते वैसे कांग्रेस विधायक को बैठक में मौजूद रहना था लेकिन कहा जाता है ना जब सत्ता, सत्तासीन हो तो आप आम आदमी हो या फिर विधायक सड़क का रास्ता ही नापना आपका काम होता है, हालांकि पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने ये सवाल उठाए की जहां उन्हें मौजूद रहना था वहां उनका नाम सूची में शामिल नही और अभय प्रशाल में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें ताली बजाने के लिए बुलाया गया जहां सिर्फ सीएम को सुना जा सकता है।फिलहाल, बैरंग होकर लौटे पूर्व मंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर है जिसकी झलक उन्होंने मौके पर ही दिखा दी है।
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