इंदौर के सैफुद्दीन को पता भी नही था ये सफर अंतिम सफर होगा, पढ़े पूरी खबर

Amit Sengar
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Two employees engaged in assembly duty died

इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। खरगोन और धार जिले के सीमा पर हुए सड़क हादसे ने आज दो राज्यों सहित समूचे देश को हिला दिया है। दरअसल, मध्यप्रदेश के इंदौर (indore) बस स्टैंड से महाराष्ट्र के लिये निकली बस खलघाट के नर्मदा पुल पर अचानक अनियंत्रित होकर नर्मदा पुल के एक सिरे में जा घुसी और सीधे 80 फीट नीचे नर्मदा नदी में जा गिरी। हालांकि, सड़क दुर्घटना और बस में सवार यात्रियों की संख्या को लेकर जरूर सवाल बने हुए है लेकिन बस हादसे में जिन 13 लोगो की मौत हुई है उनमें से एक यात्री इंदौर का था।

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मिली जानकारी के मुताबिक बस इंदौर बस स्टैंड से सुबह 7 बजकर 30 मिनिट पर निकली थी और 10 बजे के बाद हादसे की खबर आ गई। वही इंदौर के नूरानी नगर में जैसे ही खबर पहुंची वैसे ही इंदौर के सैफ़ुद्दीन का पूरा परिवार ग़मगीन हो चला और खलघाट के लिए रवाना हो गया।

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बता दे कि खलघाट में हुए बस हादसे में सैफुदीन पिता अब्बास की पहचान हुई है जो इंदौर के नूरानी नगर में रहते थे मृतक सैफ़ुद्दीन की पत्नि और दो बच्चे नूरानी नगर इंदौर रहते थे। मृतक सैफ़ुद्दीन का पत्नि से तलाक का केस चल रहा है। जिसके चलते मृतक अंबार नगर में रहने लगा था। जानकारी के मृतक किसी खम्बाती के वहा नौकरी करता था और आज सुबह ही महाराष्ट्र रोडवेज की बस में किसी काम से धरमपुरी जा रहा था। वही मृतक सैफ़ुद्दीन को छोटा बेटा इदरीश बस स्टैंड छोड़ने गया था। वही मृतक के परिवार में बड़ा बेटा मुस्तफा, छोटा बेटा इदरीश और पत्नी तस्लीम है जो सूचना मिलने के बाद ही घटना स्थल के लिए रवाना हो गए।

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मृतक के नूरानी नगर स्थित आवास के सामने रहने वाली सोशल वर्कर अल्फिया ने बताया कि सैफ़ुद्दीन हेल्पिंग नेचर के थे और आज सुबह ही वो घर आये थे और उसके बाद उनका छोटा बेटा उन्हें छोड़ने बस स्टैंड गया था। फिलहाल, सैफ़ुद्दीन के अचानक यूं चले जाने से नूरानी नगर में शौक की लहर है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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