इंदौर। स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
इंदौर एसटीएफ द्वारा लगातार नियमों को ताक पर रखकर संचालित की जा रही एडवाइजरी कम्पनियो पर कार्रवाई की जा रही है। जिसके चलते इंदौर एसटीएफ ने सौ से अधिक कम्पनियो की लिस्ट बनाई है जो करोड़ो रु की धोखधड़ी कर चुकी है। इसी के चलते इंदौर एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मालवा मिल क्षेत्र में संचालित की जा रही रेपिड रिसर्च टेक्नोलॉजी एंड एडवाइजरी कम्पनी पर दबिश दी और 47 कर्मचारियों को हिरासत में लिया है । हिरासत में लिए गए लोगों में 16 महिलाए भी शामिल हैं जिनके पास से 46 मोबाईल फोन और 48 मॉनिटर जब्त किए हैं।
दरअसल, बिना अनुमति से संचालित एडवाइजरी कम्पनियां एसटीएफ की रडार पर है। इसके पहले की गई कार्रवाई के दौरान फरार आरोपी जीतू सराठे की खोज की जा रही थी। इसी दौरान एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली कि जीतू सराठे मालवा मिल स्थित रेपिड रिसर्च टेक्नोलॉजी एडवाइजरी कम्पनी में कार्य कर रहा है। इसके बाद एसटीएफ ने दबिश दी और मौके पर एसटीएफ को अनियमितता मिली। मौके पर सभी कर्मचारी बिना पंजीयन के कार्य करते पाए गए साथ ही कॉल सेंटर के माध्यम से गलत तरीके से कार्य किया जा रहा था जिसको लेकर एसटीएफ ने सेबी के अधिकारियो को सूचना दी और 47 कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। जिनमे 16 महिला कर्मचारी शामिल है, एसटीएफ ने मौके से 48 मॉनिटर और 46 मोबाईल फोन भी जब्त किये है। फिलहाल, एसटीएफ पकड़े गए कर्मचारियों से अब तक किये गए कार्य की जानकारी ली जा रही है और माना जा रहा है कि कोई बड़ा खुलासा जल्द ही इस मामले में किया जा सकता है।