इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने एक बड़ा बयान देते हुए देश में समान नागरिक सहिंता लागू करने की बात को मजबूती से उठाया है। इंदौर में मीडिया से मुखातिब उषा ठाकुरने धर्मांतरण से लेकर नदियों के जहरीले पानी के साथ पर्यटकों से निवेदन किया है कि वो पर्यटन स्थल पर कम संख्या में जाये ताकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर की चपेट में कोई न आये।
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मंत्री उषा ठाकुर ने शनिवार को बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चे के अध्यक्ष कलसिंह वामन को आगे किया और कहा कि धर्म और जाति के नाम पर जो राजनीति की जा रही है वो गलत है। दरअसल, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष झाबुआ के कलसिंह वामन ने इंदौर में जयस आदिवासी संगठन और उसके मुखिया हीरालाल अलावा पर सीधे सवाल उठाए कि जो व्यक्ति कांग्रेस से टिकिट लेकर चुनाव लड़ा और जयस का प्रमुख कहलाता हो अगर समाज की उनको चिंता रहती तो अब जितने मुद्दे जयस द्वारा उठाये जा रहे है वो जब कांग्रेस की सरकार थी तब भी लागू करवा सकते थे। वहीं नेमावर के आंदोलन के लेकर वामन ने कहा कि बाहरी लोगो को किराया देकर आंदोलन के लिए बुलाया गया था और स्थानीय लोगो को गुमराह कर और पैसा देकर आंदोलन में शामिल करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया जयस के पीछे कोई विधर्मी है इसकी सारी फंडिंग विदेशों से होती है।
वहीं मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि जैसे ही समान नागरिक सहिंता लागू हुई तो कई सारी तकलीफें अपने आप ही समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि समान नागरिक सहिंता किसी देश की पहली अनिवार्य आवश्यकता है और इसके बिना महापुरुष और क्रांतिकारी जैसे देश की कल्पना करते थे वैसा नही बना पाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही देश समान नागरिक सहिंता लागू होगी जो इस देश की अखंडता और एकता के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए बीजेपी ने बहुत कुछ किया है। महू का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं 450 पट्टे वंचितों को बांटे हैं। आदिवासी भाइयों के लिए सारी योजनाएं मुहैया कराई जा रही है और मध्यप्रदेश में आदिवासियों के लिए व्यापक चिंता कर वास्तविक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
वही मंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग कोरोना कि तीसरी लहर को लेकर सजग है इसलिए होटलों में आधी बुकिंग लागू की जा चुकी है। वही सारे कर्मचारियों को कोविड को लेकर प्रशिक्षित भी किया गया है और सब इस बात को लेकर ट्रेंड है कि कैसे अतिथियों को कोविड से मुक्त रखते हुए अपनी सेवाएं दे पाए। वही पर्यटन स्थलों पर बढ़ती भीड़ को लेकर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि 2 बार की लहर में लोग कुंठित हुए है ऐसे में उनकी प्रार्थना न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश के पर्यटकों से है एकदम किसी भी स्थान भीड़ अधिक न बढ़ाये। क्योंकि सभी ने संयम खो दिया तो कही हम लोग तीसरी लहर को आमंत्रित न कर बैठे। प्रभु ऐसा करे कि तीसरी लहर न आये और लोगो से अपील करते हुए उन्होने कहा कि मनोरंजन इतना जरूरी नही है जीवन बहुत जरूरी है। मंत्री ने कहा कि लोग आस पास ही घूमे और हम लोगो से प्रार्थना करते है कि एकदम बड़ी संख्या में पर्यटन स्थलों पर न जाये।
मंत्री उषा ठाकुर ने पर्यावरण प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग को एक बड़ा कारण कई बीमारियों की दस्तक के लिहाज से माना है। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों सहित अन्य स्थानों पर ऑक्सीजन पार्क बनाये जाने चाहिए। वहीं मानपुर में अजनार नदी में जहरीले पानी को लेकर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि सूचना मिलने पर मैं तत्काल मौके पर पहुंची और देखा गया कि वहां गम्भीर स्थिति थी और भयानक काला पानी नदी में था। जिसके बाद प्रदेश के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को बुलाया गया और जब वहां की मिट्टी और पानी का परीक्षण कराया गया तो स्थिति वाकई चिंताजनक थी। बोर्ड ने वहां की दूषित मिट्टी के निवारण का काम टीएसजीएफ रैप्कि नामक संस्था को सौंपा है। मंत्री ने कहा कि कुछ लोगो द्वारा दबंगो से सांठ गांठ कर प्रदूषित मिट्टी नदी के आस पास छोड़ी जाती थी लेकिन इसकी जानकारी उस वक्त लगी जब जानवर वहां पानी पीने लगे और उनकी मौते होने लगी तब इस मामले की शिकायत उन तक पहुंची। उन्होंने केमिकल फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी को भी जिम्मेदार बताया। इधर प्रदेश में हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण सुधार को लेकर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि सरकार का पूरा ध्यान बांस की पैदावार के साथ ही हरियाली बढ़ाने को लेकर है।