इंदौर, आकाश धोलपुरे। शनिवार को इंदौर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एमपीसीए की बैठक में भाग लिया और मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने क्रिकेट से लेकर राजनीतिक मामलों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एमपीसीए दोबारा उसी शिखर पर पहुँच रहा है जिस शिखर पर होलकर घराने के इतिहास और पद्धति रही है। कैप्टन मुश्ताक अली और सरवटे जी इतिहास रहा है। आज आवेश खान और वेंकेटेश अय्यर है लेकिन महिला क्रिकेट में पूजा वसलेकर ने जो किया है वो काबिले तारीफ नही बल्कि अत्यंत गौरव की बात है। महिला क्रिकेट को प्रोत्साहन देना मेरी प्राथमिकता रही है।
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एमपी के 3 बच्चे भारत को रिप्रेजेंट कर रहे है और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में और डोमेस्टिक क्रिकेट में मोहम्मद अशरफ खान और कुलदीप एमपी के क्रिकेट को रफ्तार दे रहे है। वही 5 साल बाद रणजी की टीम की नॉक आउट में वापसी पर भी उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की। वही उन्होंने एज बड़ी बात कही और माना कि मध्यप्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच कोविड के चलते नही हो पाया लेकिन जल्द ही मैच होंगे। वही उन्होंने कहा कि एमपीसीए जल्द ही इंदौर और ग्वालियर में दो नए भव्य स्टेडियम का निर्माण करेगा। वही हम लोगो का ध्यान टर्फ विकेट और आउट फील्ड को अच्छा बनाने पर हमारा ध्यान है ताकि हाई स्कोरिंग पिच हो। वही उन्होंने कहा कि इंदौर और ग्वालियर के क्रिकेट मैदान पर सचिन व सहवाग ने इतिहास बनाये है। बस ऐसे ही मैदान स्थापित करना चाहते है ताकि क्रिकेट रोमांचक हो।
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वही उन्होंने सीएम के ड्रोन फेल्यर के सवाल पर कहा कि शिवराज जी एक्सपर्ट है और मैंने पहली बार देखा किसी व्यक्ति को जो इतनी सफलतापूर्वक ड्रोन चला रहे थे। मुझे तो लग रहा था कि वो पहले से ही एक्सस्पर्ट है।
सिंधिया ने कहा कि इंदौर सहित मध्यप्रदेश को एयर कनेक्क्टिवि प्रदान करना मेरा दायित्व है। कल इंदौर गोंदिया और हैदराबाद को जोड़ेंगे। इससे आवागमन सीमा तक वृद्धि करेगा। जिससे लाभ एमपी और महाराष्ट्र को मिलेगा। स्वच्छता के दायित्व को हर एक भारतीय को निभाना चाहिए। रूस यूक्रेन मामले पर उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसा आज तक नही हुआ है जैसा पीएम ने किया है। उन्होंने न केवल उन देशों से चर्चा नही की बल्कि उनके पीएम और राष्ट्रपति से चर्चा की है बल्कि वहां से भारतीयों को लाने के लिए 5 देशों से समन्वय स्थापित किया। वही बच्चो को लाने के लिए इंडिया के 80 प्लेन डिप्लॉय किये। 8 से 10 दिन में हम 18 हजार बच्चो को सुरक्षित लाने में हम सफल हुए है और सभी 18 हजार बच्चो के परिजन पीएम को धन्यवाद दे रहे होंगे।