फेरबदल के 45 दिन बाद भी नहीं मिला निरीक्षक को थाना, उपनिरीक्षक के हाथ थाने की कमान

Lalita Ahirwar
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सिंगरौली, राघवेन्द्र सिंह गहरवार। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh के सिंगरौली जिले (Singrauli district) में एक नया मामला सामने आया है जहां रीवा से तबादला कराकर सिंगरौली जिले में आमद दे चुके निरीक्षक अनिल उपाध्याय को 45 दिन बाद भी थाना नहीं मिला जिससे वो पुलिस लाइन में समय काट रहे हैं। वहीं एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है जहां सिंगरौली जिले के लंघाडोल थाना की कमान एक उपनिरीक्षक के हाथों में है।

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ऐसे में कई तरह के सवाल लोगों के मन मे चल रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या कारण हो सकता है जो कि तत्कालीन बन्धौरा चौकी बालेन्द्र त्यागी को चौकी प्रभारी रहते हुए लंघाडोल थाना प्रभारी बना दिया गया। सूत्र बताते हैं कि सत्ता पक्ष के एक जनप्रतिनिधि के दबाव के कारण एसआई बालेन्द्र त्यागी को बन्धौरा चौकी प्रभारी के बाद सीधे थाना प्रभारी बना दिया गया। वहीं जिले में निरीक्षक अनिल उपाध्याय 45 दिन से मौजूद है, लेकिन उन्हें थाना का प्रभार नहीं दिया गया। आपको बता दें कि जिले में एक निरीक्षक के मौजूदगी के बावजूद उपनिरीक्षक को थाने की कमान दे दी गई है।

अब देखना यह है कि क्या जिम्मेदार 45 दिन से पुलिस लाइन में मौजूद निरीक्षक अनिल उपाध्याय को लंघाडोल थाने की कमान देते हैं या उपनिरीक्षक ही थाना चलायेंगे। अगर देखा जाए तो जिले में कई जांबाज़ उपनिरीक्षक मौजूद है जिन्हें आज तक चौकी का प्रभार नहीं मिला, वहीं कुछ चिन्हित उपनिरीक्षक लगातार चौकी प्रभारी तो कभी थाना प्रभारी बने बैठे हैं।


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