International Yoga Day 2024 : आज, 21 जून को, 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भोपाल में ‘राज्य स्तरीय योगाभ्यास’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने योग का महत्व बताते हुए नागरिकों को प्रेरित किया और ‘श्रीअन्न संवर्धन अभियान’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने किसान बंधुओं को कोदो-कुटकी के बीज भेंट कर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की।
योग को हमने पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है…
कोविड के कठिन काल में हमने देखा कि जिन्होंने योग किया, उनके जीवन में कम कष्ट आए : CM
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मुख्यमंत्री योग डॉ. मोहन यादव ने बताया योग का महत्व :
दरअसल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि, “जैसा शरीर परमात्मा ने हमें दिया, वैसा ही अंत में उन्हें वापस सौंपें।” उन्होंने बताया कि योग हमारे जीवन में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। डॉ. यादव ने कहा, “योग कर्मसु कौशलम्…। योग स्वयं और समाज के लिए है।”
राज्य स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम:
जानकारी के अनुसार भोपाल में आयोजित ‘राज्य स्तरीय योगाभ्यास’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विशिष्ट अतिथिगण, उपस्थित विद्यार्थियों, और नागरिकों के साथ सामूहिक योग अभ्यास किया। इस कार्यक्रम में सांसद आलोक शर्मा और महापौर मालती राय समेत अन्य गणमान्य साथी भी उपस्थित रहे। वहीं इस दौरान डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश वासियों से आग्रह किया कि वे प्रतिदिन योग करें और स्वस्थ रहें, ताकि जीवन के समस्त लक्ष्यों को पूर्ण कर सकें।
योग : कर्मसु कौशलम्…
“योग स्वयं और समाज के लिए”
आज #InternationalYogaDay के अंतर्गत भोपाल में आयोजित ‘राज्य स्तरीय योगाभ्यास’ कार्यक्रम में सहभागिता की और विशिष्ट अतिथिगण, उपस्थित विद्यार्थियों व नागरिकों के साथ सामूहिक योग अभ्यास किया। सभी प्रदेश वासियों से मेरा आग्रह है कि… pic.twitter.com/fCCh8khynZ
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 21, 2024
योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना:
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि राज्य सरकार ने योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। उन्होंने कहा, “योग के शिक्षकों को हमारे अपने विद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग में बाकी प्राध्यापकों के बराबर का दर्जा देने का प्रयास किया गया है। यह हमारी योग के प्रति मान्यता और भाव को बता रहा है।”
कोविड के कठिन काल में योग का महत्व:
दरअसल डॉ. मोहन यादव ने कोविड-19 महामारी के दौरान योग के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने नियमित योग किया और आयुर्वेदिक तरीकों का पालन किया, उन्हें कम कष्टों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “जो अपने खाने-पीने, सोने-उठने और बैठने की दिनचर्या को बिगाड़ते हैं, उन्हें कष्ट ज्यादा हुआ। अपने लिए चिकित्सालय जाने के बजाय हमें योग के माध्यम से अपने जीवन को निरोग रखना चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने योग के माध्यम से जीवन की यात्रा की कल्पना को प्रकट करते हुए कहा कि, “हम अपने पूरे जीवन का 100 साल पूरा करें और 100 साल के बाद जब यह शरीर छोड़े, तो शरीर उसी प्रकार से छोड़े जैसे पका हुआ फल अपने आप से गिरता है। जैसा शरीर परमात्मा ने जन्म के समय हमें दिया है, उसी प्रकार का शरीर वापस परमात्मा को समर्पित करें।”
अंत में, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी नागरिकों को योग दिवस की बधाई दी और योग को अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “योग दिवस के माध्यम से हम सभी निरोग रहते हुए अपनी पूरी जीवन यात्रा को पूर्ण करें और समाज को स्वस्थ एवं समृद्ध बनाएं।”