जबलपुर महापौर जगत बहादुर के बीजेपी ज्वाइन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध, श्रद्धांजलि अर्पित कर बताया मृत

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि महापौर ने जनता का विश्वास तोड़ा है, अगर उन्हें जरा भी शर्म है तो महापौर पद से इस्तीफा देकर चुनाव लड़े तब उन्हें समझ में आएगी कि कैसे जगत बहादुर महापौर बना है।

Shashank Baranwal
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Jabalpur News: जबलपुर के महापौर जगत बहादुर अन्नू सिंह ने कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली है। जिसके बाद महापौर अन्नू सिंह की चारो तरफ आलोचनाएं हो रही है। कांग्रेस की तरफ से लगातार उनका विरोध किया जा रहा है। वहीं शनिवार को अन्नू सिंह को कांग्रेस कमेटी ने श्रद्धांजलि अर्पित कर दी और उन्हें जीते जी मृत बता दिया।

पूर्व पार्षद संजय राठौर ने महापौर को बताया धोखेबाज

जबलपुर महापौर जगत बहादुर अन्नू सिंह के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने को लेकर कांग्रेस में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। महापौर के इस फैसले से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने महापौर को श्रद्धांजलि देने के लिए जबलपुर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महापौर अन्नू को जयचंद कहकर पुकारा और उनकी फोटो पर कालिख भी पोती। बता दें कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि महापौर ने जनता का विश्वास तोड़ा है, अगर उन्हें जरा भी शर्म है तो महापौर पद से इस्तीफा देकर चुनाव लड़े तब उन्हें समझ में आएगी कि कैसे जगत बहादुर महापौर बना है। इस दौरान पूर्व पार्षद संजय राठौर ने कहा कि जिस तरह से जगत बहादुर ने बीजेपी ज्वाइन किया उससे समझा जा सकता है कि वो धोखेबाज हैं।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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