जबलपुर, संदीप कुमार। नकली इंजेक्शन मामले में जबलपुर के तार गुजरात से जुड़े हुए है। जबलपुर पुलिस भी सबूत जुटाने में लगी हुई है। सिटी अस्पताल की भूमिका को लेकर ओमती थाना पुलिस ने तीन लोगों से पूछताछ कर रही है जो कि अस्पताल के कर्मचारी है। पुलिस का कहना है कि जो भी बात जांच में सामने आएगी इस आधार पर जांच का दायरा और भी बढ़ता जाएगा। वहीं दूसरी ओर गुजरात पुलिस (Gujarat Police) से भी जबलपुर पुलिस (Jabalpur Police) संपर्क में है।
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दरअसल गुजरात पुलिस ने चार दिन पहले सपन जैन नाम के युवक को जबलपुर से गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के बाद सपन जैन अधारताल थाना पुलिस को बताया कि सिटी अस्पताल द्वारा सपन से इंजेक्शन का लेनदेन किया गया था, जहां जीएसटी नंबर के साथ बिल भी देने को कहा गया था। पुलिस की पूछताछ में परिजनों ने अस्पताल प्रबधंन पर आरोप लगाते हुए नकली रेमडेसिवीर मामले की कई खुलासे किए। परिजनों का आरोप था कि सिटी अस्पताल से उसके भतीजे को 70 लाख रुपये दवाई के लेने थे। मांगने पर संचालक सरबजीत सिंह मोखा ने उससे कहा कि तुम गुजरात से यह इंजेक्शन ले आओ, उसके बाद मैं तुम्हें 50 लाख रुपए रिलीज कर दूंगा। जिसके लिए उन्होंने बकायदा इंजेक्शन करने वाले डीलर का नंबर भी सपन जैन को दिया था।
आरोपों में घिर सिटी अस्पताल
लगातार आरोपों में घिरे हुए सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा ने भी अपना पक्ष सामने रखा है, उनका कहना है कि जो भी बयान आ रहे हैं वह गलत है। हमने आज तक सपन जैन से कोई भी रेमडेसिवीर इंजेक्शन नहीं लिए हैं। उन्होंने कहा कि वह एक दवा व्यापारी है अस्पताल में रेगुलर दवा की सप्लाई करता है। जिसका भुगतान भी निर्धारित समय पर होता रहता है, हमें जो भी रेमडेसिवीर इंजेक्शन मिलते हैं वह शासन से या जिस कंपनी में हमारा अकाउंट है उससे मिलते हैं।
जांच में जुटी पुलिस
जबलपुर पुलिस द्वारा शहर में दवा दुकानों और सपन जैन के चाचा सतीश जैन के घर में छापामार कार्रवाई की गई थी। अधारताल पुलिस ने सत्येंद्र जैन के घर से दो इंजेक्शन भी जब्त किए हैं और जांच में जुटी है कि यह इंजेक्शन उन्हें कहां से प्राप्त हुए। वहीं दूसरी तरफ भगवती फार्मा का नाम आने के बाद नकली इंजेक्शन की परत धीरे धीरे खुलती गई।जिसके चलते पुलिस ने दवा बाजार स्थित भगवती फार्मा में भी जांच की। वहीं अधारताल स्थित एक दुकान में भी पुलिस ने जांच की और इन दुकानों को सील भी कर दिया है। पुलिस लगातार परत दर परत खंगालने में लगी हुई है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस द्वारा सिटी अस्पताल के प्रशासनिक महकमे से भी लगातार पूछताछ कर रही है। जहां पर पुलिस द्वारा थाने में देवेश ,अभिषेक और सोनिया को बुलाकर बयान लिए जा रहे हैं। आगे भी पूछताछ जारी है।